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यहां हर बच्चों के मन में बसते हैं दिनकर, कंठस्थ हैं उनकी रचनाएं - महानायक रामधारी सिंह दिनकर

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं में जीवन के कई रहस्य और प्रेरणा छुपी होती हैं. यही कारण है कि बेगूसराय के कण-कण में रामधारी सिंह दिनकर आज भी विद्यमान हैं. पढ़ें पूरी खबर..

113th birth anniversary of Ramdhari Singh Dinkar
POEM RECITATION OF RAMDHARI SINGH DINKAR IN BEGUSARAI

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Published : Sep 23, 2021, 10:34 PM IST

बेगूसराय:आज रामधारी सिंह दिनकर की जन्मतिथि है.राष्ट्रकवि (National Poet) की उपाधि अर्जित करने वाले हिंदी साहित्य के महानायक रामधारी सिंह दिनकर (Ramdhari Singh Dinkar) की कविताएं आज भी प्रासंगिक हैं. उनकी कविताएं आजादी के पूर्व अंग्रेजों से लोहा लेने के दौरान क्रांतिकारियों में जोश भर देती थी. दिनकर की कविताएं जिले के राजकीयकृत मध्य विद्यालय बिहट के बच्चों की जुबां पर है.

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राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं में जीवन के कई रहस्य और प्रेरणा छुपी होती हैं. यही कारण है कि बेगूसराय के कन-कन में रामधारी सिंह दिनकर आज भी विद्यमान हैं. दिनकार आज भी लोगों के दिल में बसते हैं. जिले में एक ऐसा विद्यालय है, जिसने रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं और उनकी यादों को सहेजने के लिए एक अनोखा प्रयोग किया है. यहां के छोटे-छोटे बच्चे जब रामधारी सिंह दिनकर की कविताएं सुनाते हैं तो हर कोई दंग रह जाता है.

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बेगूसराय जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर राजकीयकृत मध्य विद्यालय बिहट स्थित है. ये विद्यालय राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के पैतृक गांव सिमरिया से कुछ ही दूरी पर है. सरकारी विद्यालय होने के बावजूद भी यहां की पढ़ाई उच्चस्तरीय है. खास बात यह है की हिंदी साहित्य पर इस विद्यालय का सबसे ज्यादा फोकस होता है. ऐसे में बात जब हिंदी साहित्य की हो और जिला राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का हो तो फिर उनकी कविताएं इस विद्यालय के कण-कण में समाहित होना लाजमी है.

राजकीयकृत मध्य विद्यालय बिहट

इस विद्यालय में पढ़ने वाले छोटे से छोटे बच्चे को भी राष्ट्रकवि दिनकर की कविता कंठस्थ है. बच्चे बड़ी आसानी से पूरी कविता एक सूर में सुना देते हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब इस विद्यालय का दौरा किया तो वाकई में विद्यालय प्रबंधन और यहां के छात्र-छात्राओं का यह प्रयास सराहनीय रहा. यहां पढ़ने वाले लगभग सभी बच्चे राष्ट्रकवि दिनकर की रचित विभिन्न कविताओं का धाराप्रवाह पाठ करते हैं. इन बच्चों की कविताएं सुनकर विद्यालय भी गुंजमान हो जाता है.

महानायक रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 गंगा नदी से सटे सिमरिया गांव में हुआ था. दिनकर को सबसे महत्वपूर्ण आधुनिक हिंदी कवियों में से एक माना जाता है. राष्ट्रवादी कवियों में राष्ट्रवादी कविता के साथ दिनकर एक विद्रोही कवि के रूप में उभरे. उनकी कविता ने वीर रस को उकसाया, और राष्ट्रवाद की भावना को बढाने वाली प्रेरणादायक देशभक्तिपूर्ण रचना के कारण उन्हें 'राष्ट्रकवि' के रूप में सम्मान दिया गया.

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