बेगूसराय: कोरोना संक्रमण के बीच राज्य में विधानसभा चुनाव को तय समय पर करवाने को लेकर चुनाव आयोग ने भले ही अपनी तैयारी और मंशा साफ कर दी है. लेकिन बिहार के आमलोग अभी इस संक्रमण के दौर में विधानसभा चुनाव कराने के फैसले से बहुत सहमत नजर नहीं आ रहे हैं. चुनाव आयोग के फैसले से लोग कितना सहमत है और चुनाव के लिए तैयार है. इस पर ईटीवी भारत ने बेगूसराय में कुछ लोगों से बातचीत कर जनता के मन को भांपने का प्रयास किया गया.
वहीं चुनाव के सही प्रचार प्रसार के अभाव में अधिकतर लोग पूरी जानकारी से अवगत नहीं है. जो लोग इससे अवगत है उनके पास भी आधी अधूरी जानकारी ही है. वहीं अधिकतर लोगों को चुनाव आयोग के गाइड लाइन की पूरी जानकारी भी नहीं है.
पिछले चुनाव का परिणाम
बता दें कि बेगूसराय बिहार की औद्योगिक राजधानी है और यहां कुल 7 विधानसभा क्षेत्र है. तकरीबन 20 लाख मतदाता वाले इस विधान सभा चुनाव में एक बार फिर चुनावी सरगर्मी तेज ही गई है. हालांकि अभी भी चुनाव को कोर्ट के फैसले का इंतजार है. बावजूद सभी दल अपनी जीत दर्ज करने के लिए एड़ी चोटी एक किये हुए है. पिछले चुनाव में आरजेडी ने जहां तीन सीटों पर कब्जा जमाया था. वहीं जदयू और कांग्रेस ने दो दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.
महामारी के बीच चुनाव के पक्ष में नहीं लोग
वहीं एक बार फिर से चुनाव सर पर है और सभी दल जोर आजमाइश में लगे है. इसबार किसकी जीत होगी और कौन हारेगा ये भविष्य के गर्त में है. लेकिन इस कोरोना के बीच जिस तरह से चुनाव आयोग ने गाइड लाइन जारी की है वो सुदूर ग्रामीण इलाके के लोगों के जेहन में नहीं उतर पाया है. चुनाव के सम्बंध में पूछे जाने पर अधिकतर लोग कोरोना के महामारी के बीच चुनाव के पक्ष में नहीं दिखाई पड़े रहे है. वहीं बात करें चुनावी गाईड लाइन की तो लोगों से पूछे जाने पर अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं थी की क्या चुनाव का क्या गाइड लाइन है.
बता दें कि अगर बिहार में विधान सभा का चुनाव होता है तो इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार की जरूरत है, ताकि आम लोग कोरोना के बीच कैसे चुनाव होगा इसकी जानकारी हासिल कर सके.