बेगूसरायःजिले में सरकार और आईसीडीएस विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद बच्चों में कुपोषण दर कम नहीं हो पा रहा है, जिसे देखते हुए जिले में पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया गया है. इसके तहत आंगनबाड़ी सेविका घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं को पोषण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दे रही हैं.
कम नहीं हो रहा बच्चों में कुपोषण
बच्चों में गर्भ काल से लेकर 2 साल तक कुपोषण का शिकार होने की संभावना प्रबल होती है. जिले में कुपोषण के शिकार हो रहे बच्चों की संख्या लक्ष्य के अनुरूप कम नहीं हो पा रही है. इसे देखते हुए बिहार सरकार के निर्देश पर आईसीडीएस विभाग ने जिले में पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया है.
महिलाओं को किया जा रहा जागरूक
पोषण पखवाड़ा के तहत आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाएं घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के माता-पिता को कुपोषण के खतरों के प्रति जागरूक कर रही हैं. आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाएं महिलाओं को ये समझा रही हैं कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाएं भोजन में किस तरह के पौष्टिक आहार ग्रहण करें. गर्भवती महिलाओं को यह बताया जा रहा है कि बच्चों को जन्म से 6 माह के अंदर तक मां का दूध सही मात्रा में पिलाया जाए, उससे सर्वोपरि आहार कुछ नहीं है.