बेगूसराय: बेगूसराय में वर्ष 2015 में सीवरेज प्लांट के निर्माण को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कही गई थी. लेकिन 6 वर्षों बाद भी जहां सीवरेज प्लांट का काम पूरा नहीं हो पाया है. वहीं, अब किसानों ने भी मुआवजे की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है.
जमीन के कम मूल्यांकन को लेकर धरना प्रदर्शन
सीवरेज प्लांट के लिए बगैर सहमति के जमीन अधिग्रहण करने और व्यवसायिक जमीन का कम मूल्यांकन किए जाने से आक्रोशित किसानों ने बेगूसराय में धरना प्रदर्शन किया. सीवरेज प्लांट स्थल पर धरना दे रहे किसान का आरोप है कि उनकी व्यवसायिक जमीन राजा डुमरी मौजा में अवस्थित है. जहां नगर निगम के द्वारा सीवरेज प्लांट का निर्माण शुरू किया गया है. जिला-भू अर्जन पदाधिकारी के द्वारा किसानों के बगैर सहमति के ही जमीन के दाम का बहुत कम मूल्यांकन कर अधिग्रहण कर लिया गया. भूमि अधिग्रहण से संबंधित मामला मुंगेर प्राधिकरण में लंबित है. बावजूद इसके बार-बार काम शुरु कर दिया जा रहा है जिसका लोग विरोध कर रहे हैं.
सीवरेज प्लांट के निर्माण में ग्रहण 'सरकार और प्रशासन, किसानों की समस्या का समाधान करने के लिए तैयार नहीं है. मजबूर होकर हम लोग सरकार और प्रशासन को जगाने के लिए सांकेतिक धरना दे रहे हैं. अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो चरणबद्ध आंदोलन के साथ धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करेंगे'.- किसान, हीरा चौधरी
किसानों की मांग
धरना दे रहे किसानों के समर्थन में आए भाकपा जिला सचिव मंडल सदस्य अनिल कुमार, अंजान मटिहानी, अंचल मंत्री अनंत प्रसाद सिंह और माकपा नेता राम कुमार आदि का कहना है कि किसानों की जमीन का 1 लाख 50 हजार रुपया प्रति डिसिमल की दर से निर्धारित करते हुए उक्त राशि का 4 गुना मुआवजा दिया जाए. वहीं, किसानों की दूसरी मांग यह है कि जिन किसानों का जमीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए लिया गया है उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. किसानों ने कहा कि हमलोग जमीन देने को तैयार हैं लेकिन उचित मुआवजा मिले. अगर शासन प्रशासन हमारी मांग को गंभीरता से नहीं लेती है तो हम उग्र आंदोलन करेंगे.
धरना प्रदर्शन में कई लोग थे मौजूद
धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम में किसान हीरा चौधरी अनिल कुमार झा, शिवशंकर झा, गौरव कुमार, अशोक चौधरी आदि के अलावा सीपीआई नेता अनिल कुमार अंजान, मटिहानी अंचल मंत्री आनंद प्रसाद सिंह आदि अन्य लोग मौजूद थे.