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BMW से चलते हैं पंजाब के किसान, बिहार के मजदूर करते हैं उनके खेतों में कामः राकेश सिन्हा

बिहार के बेगूसराय में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. किसान सम्मेलन में पहुंचे राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.

राकेश सिन्हा
राकेश सिन्हा

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Published : Dec 22, 2020, 8:50 AM IST

बेगूसरायःकृषि कानून को विरोध में किसान दिल्ली में लगातार डटे हुए हैं. वहीं भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेता किसानों को कृषि कानून का फायदा बताने में जुटे हुए हैं. इसी के तहत बेगूसराय में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने शिरकत की. इस दौरान राज्यसभा सांसद ने कहा कि बिहार के मजदूर ही पंजाब में जाकर खेती करते हैं जबकि पंजाब के किसान केवल बीएमडब्ल्यू से घूमते हैं.

3 लक्ष्य को पूरा करेगा कृषि कानून
किसानों को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि यह कानून किसानों के तीन लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग करेगा. प्रथम किसान को संरक्षण, दूसरा किसान की समृद्धि और तीसरा किसान सम्मान दिलाएगा. कृषि कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लाया गया है. उन्होंने कहा कि 70 वर्षों से किसानों के नाम भजने वाले केवल किसानों को ठगने का काम किये हैं. इसलिए इस कानून के आने के बाद अब उनकी दुकानदारी बंद हो जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर बैठे लोग किसान हैं. उन्हें केवल विपक्षी लोगों के द्वारा बरगलाने का काम किया जा रहा है. बिहार एक ऐसा राज्य है जहां से सबसे ज्यादा आईएस बनते है. यहां के युवा मेडिकल और आईआईटी में भी सबसे ज्यादा है. वहीं. बिहार के मजदूर पूरे देश में काम करने के लिए जाने जाते हैं.

राकेश सिन्हा

लाल झंडे वाले किसानों का बरगला रहे हैं
सिंधु बॉर्डर पर बैठे किसानों को कुछ लाल झंडे वाले किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं. जो जब चीन की बारी आती है, तो चीन के साथ हो लेते हैं. जब पाकिस्तान की बारी आती है तो पाकिस्तान की ओर हो लेते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ उन्होंने नारा दिया कि हिंदुस्तान में रहना होगा तो वंदेमातरम् कहना होगा.

जातिवाद के कारण हुई हार
इस दौरान उन्होंने साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र में हुए पूर्व चुनाव की समीक्षा भी किया. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव में हार का मूल कारण जातिवाद नहीं है. अगर हमारे कार्यकर्ता जातिवाद से उठकर वोट मांगते तो आज हमारी जीत होती. जातिवाद को बढ़ावा देने के कारण हमारी हार हुई है. इस जातिवाद को मिटाने के लिए उन्होंने बताया कि अगले आने वाले विधानसभा चुनाव में बेगूसराय के सातों विधानसभा क्षेत्र में 1 सप्ताह का दौरा करेंगे. जिसमें किसी भी पार्टी का नारा या फिर किसी जाति का नाम नहीं होगा. यह दौरा केवल मानवतावाद के लिए किया जाएगा.

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