बेगूसराय: यहां के किसानों को हमेशा दोहरी मार झेलनी पड़ती है. कभी प्राकृतिक आपदा से खेतों में फसल नहीं होते तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है और अगर फसल अच्छी भी होती है तो फिर उसका खरीदार नहीं मिलता है. इस बार के गेहूं उत्पादन में भी किसानों का हाल कुछ ऐसा ही है.
किसानों को नहीं मिल रहा उचित मूल्य
गेहूं के उत्पादन में बेगूसराय सर्वश्रेष्ठ स्थान रखता है. इस बार यहां गेहूं की पैदावार 2 लाख 39 हजार मीट्रिक टन हुआ. लेकिन किसानों से गेहूं अधिप्राप्ति के लिए मात्र 10 हजार मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से अभी तक मात्र 434 मैट्रिक टन की अधिप्राप्ति हो पाई है. इसे नाराज कियानों ने नाराजगी जाहिर करते हुए आक्रोश जताया है.
बीजेपी नेती ने CM को लिखा पत्र
बीजेपी नेता रजनीश कुमार ने किसानों का समर्थन करते हुए सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखकर नाराजगी जताते हुए बेगूसराय के लिए अलग से लक्ष्य निर्धारित करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि केंद्र हो या राज्य सरकार किसानों के उत्थान और समृद्धि के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रही हैं. ऐसे में तैयार फसल को ही सराकर उचित मूल्य ना दिलवा पाए तो इसे क्या कहेंगे?
कम दामों में गेहूं बेचने को मजबूर
बीजेपी नेता ने कहा कि जिले में 258 पैक्स हैं. जिसमें मात्र 70 पैक्स को ही गेहूं अधिप्राप्ति के लिए चिन्हित किया गया है. ऐसे में किसानों को बहुत परेशानी हो रही है और किसान मात्र 1500 से 1600 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से अपना गेहूं बेचने को मजबूर हैं.