बेगूसरायः बिहार के स्वास्थ्य विभाग में सिस्टम की अनदेखी और लापरवाही के किस्से अक्सर आपने सुने होंगे. इस बार ये लापरवाही बेगूसराय सदर अस्पताल से सामने आई है. जहां संवेदनहीन सिस्टम की मेहरबानी से एक महिला के शव को एम्बुलेंस के अभाव में मोटरसाइकिल पर ढोना पड़ा.
ये कहानी कोई नई नहीं है. राज्य के तकरीबन सभी जिले के स्वास्थ्य विभाग से संवेदनहीनता की ऐसी तस्वीर देखने को मिल ही जाती है. हमेशा इस सिस्टम की गड़बड़ी की शिकायत और उन पर कार्रवाई भी होती है. लेकिन गूंगे और बहरे हो चुके सिस्टम पर इसका कोई असर नहीं पड़ता.
सरकारी अस्पताल में एम्बुलेंस का अभाव
बेगूसराय में रविवार को अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एम्बुलेंस के अभाव ने एक परिवार को इतना बेबस और लाचार बना दिया कि उन्हें एक महिला के शव को मोटरसाइकिल पर लादकर ले जाना पड़ा. शव मोटरसाइकिल पर ठहर भी नहीं पा रहा था. किसी तरह परिजनों ने जैसै-तैसे शव को मोटरसाइकिल पर चढ़ाया. कुछ दूर बाइक पर ले जाने के बाद शव को एक ई-रिक्शा के सहारे घर तक पहुंचाया गया.
बता दें कि बेगूसराय में शव को ढोने के लिए एंबुलेंस तो जरूर है. लेकिन ये अक्सर खराब ही रहता है. मजबूरी में मृतक के शव को प्राइवेट एम्बुलेंस, ई-रिक्शा और मोटरसाइकिल पर ढोने की लाचारी बनी रहती है. परिजनों को मरीज और शव को लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करने में काफी जतन करनी पड़ती है.