बेगूसरायः कभी रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री गालीबाज भी हैं, इसका अंदाजा नहीं था. बेगूसराय में एक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने भरे मंच से विपक्षी को गाली दी. हालांकि उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन जो बिहार में जंगलराज की बात करते हैं, उन्हें गाली से संबोधित किया. शिक्षा मंत्री ने असम्मानजनक बात कर एक बार फिर विपक्षियों को राजनीति करने का मौका दे दिए हैं.
दरअसल, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर गुरुवार को बेगूसराय में राजद की ओर से आयोजित कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने कार्यक्रम में आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए जंगलराज कहने वालों को गाली दी. शिक्षा मंत्री लालू यादव के कामों की तारीफ कर रहे थे. उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि 'लालू प्रसाद ने उठायी जब भी गरीबों की आवाज तो @XYZ कहते हैं जंगलराज'.
"संविधान की कृपा से हम आप कुर्सी पर बैठते हैं. पहले आपलोगों को कुर्सी पर बैठने के लिए मिलता था. बेगूसराय में तो नहीं ही मिलता होगा. 1990 से पहले बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा फूले, डॉक्टर लोहिया सहित कितने लोग आए, लेकिन लालू प्रसाद ने लोगों को ताकत दिया है. चूहा पकड़ने वालों, भैंस चराने, सुअर चराने वालों, मछली पकड़ने वालों पढ़ना लिखना सीखो. लालू प्रसाद ने उठायी जब भी गरीबों की आवाज तो @XYZ कहते हैं जंगलराज. अगर गरीबों की आवाज बनना जंगलराज है तो हमें स्वीकार है."-प्रो. चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार सरकार
'केके पाठक को काम करने का मन नहीं':इसी दौरान कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए केके पाठक को लेकर भी बड़ी बात रही. शिक्षा मंत्री का कहना है कि केके पाठक को काम करने का मन नहीं है. उन्होंने मीडिया के सवाल पर कहा कि "अब देखिए केके पाठक इस्तीफा दे दिए तो उनके मन में हम बैठे हुए हैं. उनको मन नहीं हुआ काम करने का तो इस्तीफा दे दिए. हम उसमें क्या करें.".