बेगूसराय:समेकित बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं के प्रगति की समीक्षा डीएम अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में की गई. इस अवसर पर आईसीडीएस डीपीओ रचना सिन्हा और डीपीआरओ भुवन कुमार समेत सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और महिला पर्यवेक्षिकाएं आदि मौजूद थे.
कार्यालय की कार्य संस्कृति पर जोर
बैठक के दौरान डीएम ने कार्यालयों की कार्य संस्कृति में सुधार लाने का निर्देश दिया. प्राप्त पत्रों या परिवादों को समय पर निष्पादन करने के साथ-साथ योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में भी आवश्यक कार्रवाई करें. प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा के दौरान उन्होंने नावकोठी, बछवाड़ा, बेगूसराय सदर, चेरिया बरियारपुर, गढ़पुरा और मंसूरचक को अविलंब शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया.
बेगूसराय में समेकित बाल विकास योजना की समीक्षा बैठक प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना को लेकर समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा के क्रम में डीएम ने जिले में तृतीय इंस्टॉलमेंट के लिए लंबित 5 हजार 5 सौ 38 मामलों को लेकर बैठक की. अगली बैठक से पहले शत-प्रतिशत निष्पादित करने तथा सर्वाधिक लंबित परियोजना केंद्र बरौनी, बेगूसराय ग्रामीण, भगवानपुर और मटिहानी को इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उन्होंने इस योजना के तहत चेरिया बरियारपुर, तेघड़ा, मटिहानी, चेरिया बरियारपुर परियोजना केंद्रों में पर्यवेक्षका स्तर पर लंबित मामलों को अविलंब निष्पादित करने का भी निर्देश दिया. सेविका और सहायिका के रिक्ति 148 एवं 164 को भी अविलंब भरने का निर्देश दिया गया. इस दौरान उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ चयन संबंधी आपत्ति एवं परिवादों के मामलों में भी सुनवाई करने का दिया.
वाद की समीक्षा
वहीं, वाद की समीक्षा के दौरान प्राप्त 1 हजार 2 सौ 28 मामलों में से मात्र 463 परिवादों के निष्पादन पर असंतोष जाहिर करते हुए लंबित 765 मामलों में भी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बैठक के दौरान पोषाहार वितरण से संबंधित मामलों की भी समीक्षा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए. इससे पहले आईसीडीएस के डीपीओ ने जानकारी देते हुए कहा कि 18 परियोजनाओं में स्वीकृत आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 3 हजार 3 सौ 51 है. वर्तमान में 3 हजार एक सौ 58 आंगनबाड़ी केंद्र क्रियाशील है. 419 आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन है. जबकि, 2 हजार 2 सौ 23 किराये के भवन में संचालित है और 407 अन्य सरकारी भवनों में कार्यरत है. विद्यालय में उपलब्ध आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 109 है.