बेगूसरायः बिहार में बढ़ते अपराध की घटना को लेकर सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए आज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद जिला कलेक्ट्रेट के पास एक दिवसीय धरना का भी आयोजन किया गया. यहां मौजूद वक्ताओं ने जिले में बढ़ रहे अपराध के खिलाफ प्रशासन और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की.
'सरकार नाम की कोई चीज नहीं'
सीपीआई के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विरोध जाताते हुए कहा कि विभिन्न गांव में विस्थापित दलितों को अतिक्रमण के नाम पर उजाड़े जाने का काम किया जा रहा है. जो सही नहीं है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बिहार में शराब माफियाओं और अपराधियों का गठजोड़ है. जिसे रोकने में सरकार असफल है. प्रदर्शनकारियों ने ये भी कहा कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.
विरोध प्रदर्शन करते सीपीआई कार्यकर्ता धरना दे रहे लोगों की विभिन्न मांगे....
- बेगूसराय में उजाड़े गए 800 दलित परिवारों को जमीन मुहैया कराने की मांग
- दलितों पर बढ़ रहे अत्याचार की घटना पर रोक की मांग
- यूपी सरकार के जरिए जेल में बंद पत्रकार प्रशांत किशोर की अविलंब रिहाई की मांग
- जिले में बढ़ रही हत्या और मॉब लिंचिंग पर रोक की मांग
- शराब माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की मांग
जिला कलेक्ट्रेट के पास धरना दे रहे लोगों का कहना था कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही जिले में हत्या और मॉब लिंचिग की घटनाएं लगातार हो रही हैं. जिसे रोकने के लिए प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. प्रदर्शन के दौरान सीपीआई माले के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं.