बेगूसराय: जिले के 50 हजार रुपये का इनामी अपराधी राम भरोसी सिंह आखिरकार बिहार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. वर्षों से पुलिस की पकड़ से दूर रामभरोसी सिंह की गिरफ्तारी झारखंड के टाटा से हुई है. उस पर हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के कुल 17 मामले विभिन्न थाने में दर्ज हैं. इसकी गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है.
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पीयूष हत्याकांड से हुआ था चर्चित
कुख्यात रामभरोसी सिंह चर्चित पीयूष हत्याकांड के बाद अपराध की दुनिया में एक चर्चित चेहरा बन गया था. जिसके बाद उसने अपराध की दुनिया में अलग जगह बनायी, जो अब तक जारी है. बताते चलें कि बेगूसराय पुलिस के लिए सर दर्द बना यह अपराधी 2019 में गिरफ्तारी के बाद अब तक पुलिस के हाथ नहीं आया. इस पर अब तक 17 संगीन मामले दर्ज हैं. इसकी गिरफ्तारी बिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) पटना द्वारा झारखंड के टाटा से हुई है. रामभरोसी सिंह पर सरकार ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था.
एसटीएफ को मिली थी सूचना
'नगर थाना क्षेत्र स्थित रतनपुर निवासी रामबालक सिंह का पुत्र रामभरोसी सिंह जिला का कुख्यात अपराधी है. इसके विरुद्ध हत्या, रंगदारी, लूट, गोलीबारी, नगर निगम में गोलीबारी समेत 17 से अधिक मामले दर्ज हैं. वह लंबे समय से फरार चल रहा था. इसकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार पीछे पड़ी हुई थी. लेकिन बेगूसराय पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पा रही थी. इसी बीच रविवार को एसटीएफ को सूचना मिली थी कि रामभरोसी झारखंड में छुपा है. सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया. रामभरोसी की गिरफ्तारी से कई बड़े मामलों का खुलासा होने की संभावना है.'-निशित प्रिया, डीएसपी, मुख्यालय
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