बेगूसराय: राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 112वीं जयंती पर पूरा राष्ट्र उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर रहा है. इसी कड़ी में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन बरौनी रिफाइनरी की ओर से दिनकर जी को याद किया गया. जयंती के अवसर पर बुधवार को बरौनी जीरोमाइल स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.
बरौनी रिफायनरी में मनाई गई राष्ट्रकवि की जयंती, रचनाओं को किया गया याद
बेगूसराय में बरौनी रिफायनरी की ओर से राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान राष्ट्रकवि की रचनाओं की चर्चा की गई.
राष्ट्रकवि को किया गया याद
रिफाइनरी प्रमुख शुक्ला मिस्त्री ने कहा कि 23 सितंबर 1908 को सिमरिया में एक किसान के घर में पैदा हुए रामधारी सिंह दिनकर भारतीय हिंदी के सशक्त कवि, निबंधकार और देश भक्त थे. जिन्हें सबसे महत्वपूर्ण आधुनिक हिंदी कवियों में से एक माना जाता है. उनकी कविता ने वीर रस का विस्तार किया और उनकी प्रेरक देशभक्ति रचनाओं के कारण उन्हें राष्ट्र कवि के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त हुई. उन्होंने कहा कि दिनकर जी की प्रसिद्ध रचना कुरुक्षेत्र रश्मिरथी संस्कृति के चार अध्याय और उर्वशी को लोग आज भी बड़े चाव से पढ़ते हैं. साथ ही बताया कि उर्वशी के लिए दिनकर जी को भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार और संस्कृति के चार अध्याय के लिए साहित्य अकादमी से सम्मानित किया गया था.
इनकी रही मौजूदगी
बरौनी रिफाइनरी की ओर से गुरुवार को आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बरौनी रिफाइनरी के अधिकारी शामिल हुए. जिसमें बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक, रिफाइनरी प्रमुख शुक्ला मिस्त्री, डीएम अरविंद कुमार वर्मा और रिफाइनरी कॉर्पोरेट संचार प्रबंधक अंकिता श्रीवास्तव समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. मंडल कार्यालय के अधिकारियों के साथ सभी ने राष्ट्रकवि को याद कर माल्यार्पण अर्पित किया