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बेगूसराय: श्रम कानून में संशोधन के खिलाफ AIYF ने दिया एक दिवसीय धरना - लेबर एक्ट संशोधन

ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन ने श्रम कानून में संशोधन के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया. जिसमें लेबर एक्ट संशोधन के विरोध में 12 घंटे काम का अध्यादेश खारिज करने और 8 घंटे काम को कानून लागू करने को कहा गया.

AIYF दिया एक दिवसीय धरना
AIYF दिया एक दिवसीय धरना

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Published : May 14, 2020, 8:37 AM IST

बेगूसराय: जिले के रजौड़ा स्थित सार्वजनिक मंच पर लेबर एक्ट संशोधन के विरोध में ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन ने एक दिवसीय धरना दिया इस मौके पर एआईवाईएफ के जिला संयोजक अमीन हमजा ने कहा कि वर्तमान सरकार मजदूर और रोजगार विरोधी है. करोड़ों रोजगार देने का वादा कर सरकार में आने के बाद वादे के बिल्कुल विपरीत काम कर रही है. ऊपर से लेबर एक्ट में संशोधन कर बेरोजगारी में और बढ़ोतरी कर दिया गया. 8 घंटे के बदले अगर 12 घंटे मजदूरों से काम लिया गया. उन्होंने कहा कि मजदूरों को सरकार रोजगार देने की गारंटी करें. जिस पैकेज की घोषणा सरकार ने की है उस पैकेज को गरीबों तक पहुंचाएं.

मजदूरों के लिए सुविधा की मांग
कोरोना वायरस के इस महासंकट में सरकार को लॉकडाउन के साथ-साथ मजदूरों के लिए सुविधा की व्यवस्था करनी चाहिए. एआईएसएफ के जिला मंत्री किशोर कुमार और जिला कोषाध्यक्ष अमरेश कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि वर्तमान सरकार के रवैए से साफ पता चलता है कि वह बड़े उद्योगपति घराने से मिलकर मजदूर, रोजगार, नौजवान, शिक्षा और छात्र विरोधी अध्यादेश लागू कर इस देश को बर्बादी की कगार पर भेजने की कोशिश कर रही है. हमारे देश के छात्र नौजवान सरकार की इस मंशा को समझ रही है और आगे आने वाले दिनों में लॉकडाउन के बाद सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है.

लेबर एक्ट संशोधन का विरोध
कार्यक्रम के मौके पर बेगूसराय अंचल के नौजवान नेता जन्मेजय कुमार ने कहा कि जब से मोदी सत्ता में आए हैं. तब से इस देश के अंदर किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान शिक्षक, समुदाय सड़क पर आंदोलनरत है. पूंजीपतियों के इशारे पर सरकार इस देश के गरीबों का शोषण कर रही है. इसके खिलाफ हमारे देश के छात्र नौजवानों को एकत्रित होकर आवाज बुलंद करने की जरूरत है. बता दें कि अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन ने लेबर एक्ट संशोधन के विरोध में 12 घंटे काम का अध्यादेश खारिज करो 8 घंटे काम का कानून लागू करो.

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