बेगूसराय:बिहार विधानसभा के गठन के बाद से ही नवनियुक्त मंत्रियों के विभागों के बंटवारा के साथ विवाद उत्पन्न हो गया है. इसी सिलसिले में बुधवार को बेगूसराय के कैन्टीन चौक पर एआईवाईएफ ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का पुतला दहन करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया.
भ्रष्टाचारी होने का आरोप
इस दौरान छात्र नेताओं ने शिक्षा मंत्री मेवालाल पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाया है. नवनियुक्त शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1D) और भारतीय दंड विधान धारा 409, 420, 467 के अंतर्गत भागलपुर जिले के सबौर थाना कांड संख्या 35/2017 के नियुक्ति घोटाला में एक आरोपी अभियुक्त हैं.
नरेंद्र मोदी का पुतला दहन
कोई आरोपित व्यक्ति किसी संवैधानिक पद पर निर्वाचित नहीं हो सकता है. बावजूद इसके उन्हें नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री बनाकर चर्चा का बाजार गर्म कर दिया है. जिसके खिलाफ आज एआईएसएफ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और एआईवाईएफ के जिला संजोजक अमीन हमजा ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में चार्जशीटेड व्यक्ति मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने के विरोध में एनडीए के नेता नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी का संयुक्त पुतला दहन किया गया है.
जनादेश का किया अपमान
अमीन हमजा ने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्कालीन अपने मंत्रिमंडल से माननीय जीतन राम मांझी को भी आरोपित होने के कारण मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर नैतिकता की बात की थी. अमीन हमजा ने कहा कि इतना ही नहीं बिना विचारन हुए तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के कारण उन्होंने नैतिकता की बात करते हुए जनादेश का अपमान कर पलटी मारने का पाप किया था.
कई नेता रहे मौजूद
यदि तत्काल उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया नहीं गया तो, छात्र और युवा राज्यव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होंगे. उनको पद से हटाने के लिए संघर्ष की शुरुआत करेंगे. इस मौके पर एआईवाईएफ के कई नेता मौजूद रहे.