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चमत्कार! 6 महीने के गर्भ से ऑपरेशन के बाद 600 ग्राम के बच्चे का जन्म

बेगूसराय में डॉक्टरों ने 6 महीने की एक गर्भवती महिला (Six Months Pregnant Woman) का ऑपरेशन कर 600 ग्राम वजन के बच्चे का जन्म काराया. जन्म के 10 दिनों के बाद भी नवजात स्वस्थ है और उसका इलाज चल रहा है. ये देख कर हर कोई हैरान है. हालांकि डिलिवरी के तुरंत बाद ही बच्चे की मां की मौत हो गई.

600 ग्राम के बच्चे का जन्म
600 ग्राम के बच्चे का जन्म

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Published : Jul 11, 2022, 9:02 AM IST

Updated : Jul 11, 2022, 10:03 AM IST

बेगूसरायःबिहार के बेगूसराय में 6 माह की गर्भावस्था में ही एक महिला का ऑपरेशन कर बच्चे का जन्म (600 Grams Baby Birth In Begusarai) कराया गया. हालांकि बच्चे की मां को नहीं बचाया जा सका और डिलिवरी के बाद महिला की मौत हो गई. नवजात शिशु का वजन केवल 600 ग्राम है, बच्चे का इलाज कर रहे डाक्टर अभय कुमार(Doctor Abhay Kumar) का कहना है कि बच्चा अभी स्वस्थ है, कुछ दिनों में और ठीक हो जाएगा.

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हार्ट की मरीज थी महिलाः दरअसल समस्तीपुर जिले के जग मोहरा गांव निवासी नीतीश कुमार की पत्नी पिंकी देवी हार्ट की मरीज थी. गर्भावस्था के 6 महीने बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी, डॉक्टर्स ने रिक्स लेते हुए ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के बाद बच्चे का जन्म तो करा दिया लेकिन मां की मौत हो गई. 6 माह के गर्भ से निकाले गए 600 ग्राम बच्चे को इलाज के लिए शहर के जेल गेट के निकट चाइल्ड स्पेशलिस्ट अभय कुमार के यहां में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टर उसका लगातार इलाज कर रहे हैं.

"गर्भावस्था से निकाले गए 600 ग्राम बच्चे को बचाना कठिन होता है. पिछले 10 दिनों में इलाज के बाद बच्चे में काफी सुधार हुआ है बच्चे को अब दूध और गुल्कोज दिया जा रहा है, जो उसे पचने लगा है. 6 माह के गर्भ अवस्था में रहने से कई अंग पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पाता है. मशीन पर गर्भावस्था जैसा माहौल तैयार कर बच्चे का इलाज किया जा रहा है. जो 10 दिनों के बाद सफल हो रहा है. बच्चे को अब वेंटिलेटर से हटा लिया गया है"-डाक्टर अभय कुमार, चाइल्ड स्पेशलिस्ट

बच्चे का फ्री में इलाज कर रहे डाक्टरः बताया जाता है कि इलाज करते हुए 10 दिन हो गए हैं. डॉक्टर को उम्मीद है कि बच्चा स्वस्थ हो जाएगा. हालांकि अभय कुमार के यहां जब से बच्चे को भर्ती कराया गया, उसके बाद से बच्चे के परिजन उसे कभी देखने तक नहीं आए. पिछले 10 दिनों से डाक्टर फ्री में उसका इलाज कर बचाने की कोशिश में लगे हैं.

Last Updated : Jul 11, 2022, 10:03 AM IST

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