बांका : बांका नगर परिषद के 26 वार्डो में 10 करोड़ की लागत से नल जल योजना के तहत शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है. 27 योजनाओं के माध्यम से 8 हजार 800 घरों तक पाइपलाइन के माध्यम से पेयजल कनेक्शन दिया जाना है. इसके लिए खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही बोरिंग से लेकर टंकी बिठाने के लिए निर्माण कार्य प्रगति पर है. बांका नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार ने बताया कि हर घर नल जल योजना का 26 वार्ड में 27 योजना क्रियान्वित हो रहा है. विभागीय एस्टीमेट के तहत 250 घरों तक पेयजल पहुंचाने के लिए 40 से 42 लाख की लागत आती है.
बांका में 10 करोड़ की लागत से नगर परिषद के 26 वार्डों में 27 योजनाओं पर काम शुरू
कार्यपालक पदाधिकारी के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया में संविदा के नहीं आने की वजह से नल-जल योजना का काम देरी से शुरू हुआ है. अभिनव कुमार ने बताया कि 1964 से चली आ रही पीएचईडी की योजना को भी हैंडओवर ले लिया गया है.
नल जल योजना का कार्य शुरू कराने में हुई देरी
कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार ने बताया कि देरी होने की मुख्य वजह यह रही कि जो निविदा भेजा जा रहा था, उसमें संवेदक नहीं आ रहे थे. बीते सितंबर माह में संवेदक के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना गया और निराकरण के लिए विभाग के पास भेजा गया. कुछ बदलाव कर वर्तमान में संविदा के द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है. सर्वे के मुताबिक 8 हजार 800 घरों तक पेयजल कनेक्शन पहुंचाया जाना है, लेकिन अब लगभग 6 हजार 600 घरों तक 27 योजना के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाना है. क्योंकि 2 हजार 100 घरों को कनेक्शन पीएचईडी विभाग ने पहले ही दे रखा था.
पीएचईडी ने पेयजल योजना को किया हैंडओवर
अभिनव कुमार ने बताया कि 1964 से चली आ रही पीएचईडी की योजना को भी हैंडओवर ले लिया गया है. पीएचईडी के द्वारा 2 हजार 100 घरों में कनेक्शन दिया जा चुका है, लेकिन उसमें खामियां पाई गई है. जो फीडबैक मिल रहा है उसके मुताबिक 1 हजार 800 घरों को या तो गंदा पानी मिल रहा है या उन्हें पेयजल प्राप्त नहीं हो रहा है. इनकी मरम्मत का कार्य भी एक साथ कराया जाएगा. इसके बाद भी अगर कोई घर छूट जाता है, तो नई योजना लाकर उनके घरों तक भी पेयजल कनेक्शन दिया जाएगा.