बांका: जिले में हुई बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत की बारिश साबित हुई. फसल नुकसान के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र की गलियों और चौराहों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. मौसम की नरमी से ठंड का भी एहसास होने लगा है. जिले के चांदन, रजौन, बाराहाट, शंभूगंज, बौसी, कटोरिया आदि प्रखंडों में बारिश से तेलहन और दलहन के फसलों को काफी नुकसान हुआ है. बता दें कि बांका में पिछले शुक्रवार से लगातार आंधी और बारिश हो रही थी. बारिश से किसानों को काफी क्षति हुई है. चना और गेहूं की फसल का अधिकतर भाग बर्बाद हो चुका है.
बांका: बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुसीबत, 17 सौ एकड़ फसल बर्बाद - गेहूं की फसल
पिछले तीन दिनों से जिले में रुक-रुककर गरज और हवा के साथ हो रही बारिश से रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है. बेमौसम बारिश के कारण किसान काफी चिंतित हैं. गेहूं की फसल हवा के कारण खेतों में गिर गई.
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'जमीन पर गिर गई फसल'
इसको लेकर किसान हलीम अंसारी बताते हैं कि यहां पर पिछले शुक्रवार से आफत की बारिश हो रही है. इस बारिश के कारण रबी फसल को काफी क्षति हुई है. इसमें दलहनी और तेलहनी फसल को भारी नुकसान हुआ है. रुक-रुककर गरज और हवा के साथ हो रही बारिश से रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है. बेमौसम हो रही बारिश के कारण किसान काफी चिंतित हैं. गेहूं की फसल हवा के कारण खेतों में गिर गई है.
लगभग 17 सौ एकड़ फसल बर्बाद होने के अनुमान
बताया जा रहा है कि रजौन में 5 सौ एकड़ कृषि योग्य भूमि पर गेंहू के अलावे अन्य फसल लगाया गया था. वहीं, कटोरिया में 12 सौ एकड़ से अधिक भूखंड पर गेहूं की फसल लगाई गई थी. इसी प्रकार अन्य प्रखंडों में भी तेलहन और दलहन की फसल लगाई गई थी. कटाई के लिए तैयार गेहूं का फसल लगातार बारिश वह हवा चलने के कारण जमीन पर गिर गई है.