बांका : कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरा देश 21 दिनों तक लॉकडाउन रहेगा. ऐसे में अति आवश्यक दुकानों के साथ-साथ बैंक खुले हैं. सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कराने के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी की थी. लेकिन हाल के दिनों तक जिले के तमाम बैंकों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कारगर तरीके से नहीं हो पा रहा था. इसको लेकर बैंकों की जमकर फजीहत हुई थी .सरकार द्वारा जन-धन खाते में 500 रूपए डाले जाने के बाद बैंकों में लोगों की लगातार भीड़ उमड़ रही थी और सोशल डिस्टेनसिंग तार-तार हो रहा था. अब कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बैंक के बाहर गोल घेरा बना दिया गया है. ताकि मानक के अनुरूप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सके.
बांका: बैंकों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन शुरू, जमकर हुई थी फजीहत
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर चंदन कुमार ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से बैंकों में काम प्रभावित हुआ है. ट्रांजैक्शन पर भी इसका असर पड़ा है.
रोजगार छिन जाने से भरपेट भोजन भी मुश्किल
केंद्र सरकार की ओर से जन-धन से जुड़े लाभुकों के खाते में 500 रुपए डाला है. इसकी निकासी के लिए बैंकों में अनायास ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया शाखा में राशि निकालने पहुंची. लक्ष्मी देवी ने बताया कि इतने कम पैसे से कुछ नहीं होने वाला है. काम पहले ही बंद करा दिया है. इस रुपए से घर चल पाना काफी कठिन है. वृद्धा पेंशन लेने पहुंचे किस्कु लैया ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से काम छिन गया है. भरपेट भोजन नसीब नहीं हो पा रहा है. इतने कम पैसे में अभी घर चला पाना काफी कठिन है.
लॉकडाउन ने काम किया है प्रभावित
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर चंदन कुमार ने बताया कि बैंकों के बाहर गोल घेरा बना दिया गया है, ताकि राशि निकासी के लिए पहुंचने वाले लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सके. ज्यादातर जन-धन खाता और सोशल बेनिफिट के जुड़े स्कीम की राशि निकालने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. इसके अलावा व्यवसाई वर्ग भी बैंक आ रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से काम प्रभावित हुआ है. इसका असर ट्रांजैक्शन पर भी पड़ा है. इसके बावजूद बैंक को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास किया जा रहा है.