बांका: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में 3 मई तक लॉक डाउन घोषित है. संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग ही प्रमुख हथियार माना जा रहा है. जिले की सड़कों पर तो लॉक डाउन का पालन हो रहा है. लेकिन बैंकों में इसका पालन कराना कर्मियों के लिए मुश्किल साबित हो रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों से जनधन, उज्जवला योजना और वृद्धा पेंशन की राशि निकालने के लिए महिलाओं की भीड़ जुट रही है, लेकिन बैंक कर्मी की तरफ से लिखित आवेदन देने के बाद भी जिला प्रशासन सहयोग करने में विफल साबित हो रहा है.
बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर आनंद कुमार ने बताया कि बैंकों के अंदर तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है. गार्ड की मदद से बैंक के अंदर एक बार में पांच ही ग्राहकों को अंदर आने की अनुमति दी जा रही है. लेकिन बैंक के बाहर रोजाना सैकड़ों महिलाओं की भीड़ जुट रही है. जिसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा पाना असंभव सा हो गया है. इसको लेकर स्थानीय प्रशासन को लिखित आवेदन भी दिया गया है. लेकिन अब तक अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है.
'आरबीआई ने भी जारी किया है गाइडलाइन'
ब्रांच मैनेजर आनंद कुमार ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी गाइडलाइन जारी किया है. गाइडलाइन के मुताबिक स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सोशल डिस्टेंसिंग को हरहाल में पालन कराना है. लेकिन लिखित आवेदन देने के बाद भी स्थानीय प्रशासन और पुलिस से कोई मदद नहीं मिल पा रही है. ज्यादातर महिलाएं ग्रामीण क्षेत्र से आती हैं और वे अशिक्षित हैं. इनको समझ में नहीं आता है कि क्या करना है?इसलिए समस्या उत्पन्न हो रही है.
'लोगों को किया जा रहा है जागरूक'
एसडीएम मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि लगातार लॉक डाउन का पालन कराने के लिए लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जा रही है. आम लोग अब इससे अवगत भी हो रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी शुरू कर दिया है. हालांकि कुछ स्थानों पर समस्या उत्पन्न हो रही है. इसमें और सुधार की जरूरत है.