बांका:बिहार के बांका जिले में जिलाधिकारी के अथक प्रयास के बावजूद कांवरिया पथ की आधी अधूरी तैयारी के बीच कांवर यात्रा शुरू हो गया है. वहीं रविवार की रात से लगातार बारिश ने नाली, सड़क, टेंट, स्वास्थ्य केंद्र सहित कई प्रकार की तैयारी की पोल खोल कर रख दी है. कई जगहों पर रविवार के दिन भी काम हो रहा था. इससे स्पष्ट है कि कांवरिया पथ पर काम कराने वाले विभाग समय का पालन नहीं कर पा रहे हैं. बिहार और झारखंड की सीमा दुम्मा पर भी तोरण द्वार की रंगाई पुताई का काम अभी जारी है. जबकि शौचालय का काम पूरा कर लिया गया है.
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अधूरी तैयारी के बीच कांवर यात्रा शुरू: सरकारी गोड़ियारी धर्मशाला में कुआं के बगल में सोख्ता का निर्माण अभी चल ही रहा है. उसी जगह पर शौचालय का दरवाजा अभी तक नहीं लगा है. जिससे अभी आने वाले कांवरिया को काफी परेशानी हो रही है. गोड़ियारी नदी में बालू और पाइप के द्वारा किसी तरह कांवरिया को नदी से बाहर निकलने की अस्थाई व्यवस्था पूरी नहीं हो सकी है. जबकि गोड़ियारी में नाले की सफाई भी आधा अधूरा ही छोड़ दिया गया है. जिससे बारिश होने पर वहां की सड़कें पानी मे बह गया.
शौचालय भी बनकर नहीं है तैयार. कांवरिया पथ पर कई काम अधूरे: दूसरी ओर बिजली विभाग द्वारा भी तार लगाने का काम अभी किया जा रहा है. कुछ जगहों पर ट्रांसफार्मर की भी व्यवस्था नहीं हो सकी है. गोड़ियारी का सबसे महत्वपूर्ण उप स्वास्थ्य केंद्र का चापानल रविवार को भी बनाया जा रहा था. वहां सोमवार की बारिश से पानी जमा हो गया है. जबकि डीएम द्वारा सावन शुरू होने के 10 दिन पहले ही सभी काम को पूरा करने का निर्देश दिया गया था.
नहीं काटे गये हैं सूखे पेड़: मजदूर के अभाव में कांवरिया पथ के किनारे सूखे पेड़ की कटाई भी लंबित पड़ी हुई है. जो कभी भी किसी प्रकार की दुर्घटना को अंजाम दे सकता है. इस संबंध में स्थानीय पदाधिकारी भी पूरी तरह लाचार दिख रहे हैं. इस प्रकार श्रावणी मेला शुरू हो गया है और तैयारी अभी भी पूरी नहीं हो सकी है. इससे लगता है कि इस बार की व्यवस्था में कांवरिया को भगवान भरोसे ही यह यात्रा पूरी करनी होगी. जबकि बीडीओ राकेश कुमार, सीओ प्रशांत शांडिल्य का कहना है कि चार तारीख तक सारी व्यवस्था पूरा कर ली जाएगी.