बांका: लॉकडाउन की वजह से रिक्शा चालकों की आर्थिक स्थिति दयनीय होती जा रही है. लॉकडाउन में पिछले 24 दिनों से चालक अपने रिक्शे को सड़क पर नहीं उतर पाए हैं. हालात ऐसे हो चुके हैं कि घर में रखे पैसे भी खत्म हो गए हैं और खाने के लिए अनाज भी नहीं बचा है. ऐसे में चालकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
लॉकडाउन इफेक्ट: रिक्शा चालकों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार - कोरोना वायरस
रिक्शा चालक ने बताया कि रिक्शा चलाकर पूरे परिवार का भरण पोषण करते हैं. लेकिन अब पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है.
सरकार से लगाई मदद की गुहार
लॉकडाउन में वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद रहने के कारण रिक्शा चालकों की आमदनी पूरी तरह से बंद है. घर में रखा राशन भी अब खत्म हो चुका है. रिक्शा चालकों ने बताया कि वह सभी लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. लेकिन गरीबों के बारे में भी सरकार को सोचना होगा. टोटो का परिचालन बंद होने से भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि अब ऐसे हालात में ईएमआई भरना भी कठिन हो गया है. ऑटो चालकों ने इस स्थिति में सरकार से मदद करने की अपील की है.
रिक्शा चालकों को नहीं मिल रहा राशन
रिक्शा चालक ने बताया कि रिक्शा चलाकर पूरे परिवार का भरण पोषण करते हैं. लेकिन अब पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है. उन्होंने बताया कि उनके पास राशन कार्ड भी नहीं है. जिसकी वजह से खाद्य सामग्री नहीं मिल पाएगी. समस्या ये उत्पन्न हो रही है कि जिन चालकों के पास राशन कार्ड है, उन्हें भी अनाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में सरकार की ओर से मदद मुहैया नहीं कराया गया, तो भूखे ही मरना पड़ जाएगा.