पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है. वहीं दूसरी ओर बाढ़ से लोग परेशान हैं. विपक्ष का आरोप है कि सरकार की तरफ से लोगों को जो भी सुविधाएं मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल पा रही है. इस दौरान सरकार चुनाव में व्यस्त है.
मजदूरों की बढ़ती समस्याओं को लेकर माले 31 अगस्त को सरकार के खिलाफ करेगी प्रदर्शन - पटना समाचार
बिहार में कोरोना का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. इसके साथ ही लोगों को बाढ़ की समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है. वहीं बिहार में अगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार बाढ़ पीड़ितों की ओर अब ध्यान नहीं दे रही है. इसको लेकर मजदूर 31 अगस्त को मानव श्रृंखला का निर्माण करेंगे और सरकार के समक्ष अपनी मांगोंं को रखेंगे.
बाढ़ पीड़ितों को नहीं दी जा रही राशि
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि किसान, मजदूर, गरीब लोग इस समय काफी परेशान हैं. बाढ़ पीड़ितों को सुविधा नहीं मिलने से उनके सामने खाने के लाले पड़ने लगे हैं. लेकिन सरकार इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है. सरकार चुनाव कराने और तैयारी करने में व्यस्त है. वहीं मजबूर होकर लोग प्रखंड कार्यालयों पर अपनी मांग को लेकर 31 अगस्त को मानव श्रृंखला का निर्माण करेंगे और सरकार के समक्ष अपनी मांग रखेंगे.
मजदूरों ने सरकार से की मांग
मजदूरों की सरकार से मांग है कि सभी मजदूरों को 10 हजार रुपये और कोरोना लॉकडाउन भत्ता दिया जाए. सभी ग्रामीण परिवारों को राशन और रोजगार जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाए. वहीं स्वयं सहायता समूह जीविका समूह समेत तमाम तरह के छोटे लोन माफ करें. मनरेगा की मजदूरी 500 रुपये करने और साल में न्यूनतम 200 दिन काम की गारंटी करें. सभी बाढ़ पीड़ित परिवार को तत्काल 25,000 मुआवजा की राशि उपलब्ध कराएं.