बांका:लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी छात्र और मजदूरों को केंद्र सरकार की तरफ से छूट मिलने के बाद वापस लाने का सिलसिला शुरू हो गया है. वहीं, बांका जिला प्रशासन भी प्रवासी मजदूर और छात्रों के संभावित आगमन को लेकर तैयारियों में जुट गया है. जिले में प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है.
रविवार को जिलाधिकारी सुहर्ष भगत, एसपी अरविंद कुमार गुप्ता सहित वरीय अधिकारियों ने विभिन्न प्रखंडों में बनाए क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर वहां की तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही वहां मौजूद अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए. वहीं, सभी प्रखंडों के लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग करने के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है.
70 बच्चे कोटा से पहुंचेंगे बांका
क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण के दौरान ओएसडी रवि रंजन गुप्ता ने बताया कि कोटा से 70 छात्रों का जत्था रविवार को ट्रेन के माध्यम से बांका के लिए रवाना हुआ है. सभी छात्र सोमवार की सुबह बरौनी रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे. जहां से छात्रों को बांका लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से बस भेज दिया गया है. सभी को पहले जिला मुख्यालय लाया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी बच्चों की जांच करेगी. फिर जांच के बाद सभी बच्चों को संबंधित प्रखंड भेजा जाएगा और सभी बच्चों को क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.
जांच के बाद उपलब्ध कराया जाएगा किट
इसके अलावा डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को पहले जिला मुख्यालय लाकर उनकी जांच की जाएगी. फिर उन सभी लोगों को एक किट उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें बर्तन, कपड़ा, मास्क और सेनेटाइजर समान होगा. ये सभी सामान जिला प्रशासन की तरफ से दिया जाएगा. फिर उन सभी लोगों को भोजन करवाकर प्रखंड स्तरीय बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में 21 दिनों के लिए शिफ्ट किया जाएगा. वहीं, सभी लोगों का मेडिकल टीम रोजाना जांच भी करेगी. जिसके लिए प्रखंड स्तर पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है और क्वॉरेंटाइन सेंटर भी तैयार कर लिया गया है.