बांकाःजिले के रजौन थाना क्षेत्र के धर्मचक गांव में पिछले दिनों दलित परिवार के साथ मारपीट और आगजनी की घटना को दबंगों ने अंजाम दिया था. मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तार करने गई रजौन और धनकुण्ड थाना की पुलिस ने कटहरा गांव की एक महिला की बुरी तरह पिटाई कर दी.
इस मामले में मानवाधिकार के उल्लंघन का हवाला देते हुए पीड़ित महिला ने आईजी से लेकर डीआईजी तक से इंसाफ की गुहार लगाई है. बेहरमी से पुलिस के जरिए की गई मारपीट की फोटो भी महिला ने भेजी है. इसके बाद डीआईजी सुजीत कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रजौन के एएसआई सुनील कुमार को सस्पेंड कर दिया.
पुलिस ने किया बर्बरतापूर्ण कार्रवाई
रजौन और धनकुण्ड थाने की लगभग 35 की संख्या में पुलिस आरोपी शंभु यादव के रिश्तेदार के गांव कटहरा गिरफ्तारी के लिए गई थी. जहां उसने महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की. पुलिस ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज और मारपीट कर आरोपियों के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की. महिलाओं के साथ मारपीट किए जाने की घटना की तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं.
रहम की गुहार लगाती रही महिला
इस दौरान महिला पुलिस से रहम की गुहार लगाती रही. लेकिन पुलिस ने उसकी एक भी नहीं सुनी. महिला बार-बार कहती रही आरोपी यहां नहीं है. लेकिन वर्दी के नशे में चूर पुलिसवाले कहां सुनने वाले थे. पीड़ित महिला ने अपने शरीर पर घाव की तस्वीर भागलपुर के डीआईजी से लेकर आईजी तक को भेज दी है. डीआईजी सुजीत कुमार ने तत्काल रजौन के एक एएसआई सुनील कुमार को सस्पेंड कर दिया है. इस प्रकरण में रजौन के अंचल पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार पर भी आरोप लगा है.
पुलिसिया करवाई पर उठने लगी है उंगली
बता दें कि कुछ दिन पूर्व धर्मचक गांव के के दबंगों ने दलित परिवार के कुछ लोगों की जमकर पिटाई करते हुए उसके घर को आग के हवाले कर दिया था. इस घटना की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबाव भी बना रहा था. आरोपी का पता लगाने के लिए पुलिस ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज और मारपीट की. महिलाओं ने इसका साक्ष्य भी वरीय पदाधिकारियों तक भेज दिया.
बहरहाल आरोपियों की गिरफ्तारी करने गई पुलिस पर महिलाओं के साथ की गई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की घटना के बाद पुलिसिया कार्रवाई पर भी फिलहाल उंगली उठने लगी है.