बांका:भारी वाहनों (Heavy Vehicles) की आवाजाही के चलते डेढ़ वर्ष पूर्व ही जिले का लाइफ लाइन कहे जाने वाले चांदन पुल (Chandan Bridge) जमींदोज हो चुका था. उसके बाद पुल को पार करने के लिए डायवर्सन (Diversion) बनाया गया, जो अब चांदन नदी के तेज बहाव से बह गया.
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दरअसल भारी वाहनों की आवाजाही के चलते डेढ़ वर्ष पूर्व ही बांका जिले का लाइफ लाइन कहे जाने वाले चांदन पुल जमींदोज हो चुका था. उसके बाद से लोगों की आवाजाही को लेकर परेशानी बढ़ गई थी. आने-जाने को सुगम करने के लिए काफी शोर-शराबा होने के बाद चांदन नदी में दो किलोमीटर से अधिक लंबा डायवर्सन बनाया गया था.
डायवर्सन बनने के बाद लोगों का राह आसान हो गया था और आसानी से जिला मुख्यालय पहुंच पा रहे थे लेकिन हाल के दिनों में हुई लगातार बारिश से चांदन नदी उफना गई और इसके तेज बहाव ने डायवर्सन के एक बड़े हिस्से को बहा ले गया. अब एक बार फिर लोगों की आवाजाही को लेकर समस्या उत्पन्न हो गई है.
खासकर रोजाना मजदूरी करने के लिए बांका आने वाले लोगों को 25 से 30 किलोमीटर का चक्कर लगाकर बांका आना-जाना काफी खर्चीला और टाइम टेकिंग हो रहा है. लोग जान जोखिम में डालकर चांदन नदी के साथ-साथ जमींदोज पुल होकर गुजारने को विवश हो रहे हैं.
बेलूटीकेर गांव से रोजाना मजदूरी के लिए बांका आने वाले सूरज कुमार ने बताया कि डायवर्सन बह जाने के बाद विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. रोजाना काम के लिए हर हाल में बांका आना ही पड़ता है. समस्या यह है कि कमा आएंगे नहीं तो खाएंगे क्या?. इसलिए जान को जोखिम में डालकर बांका आना पड़ता है. सरकार और जिला प्रशासन से आग्रह है कि जल्द से जल्द डायवर्सन का मरम्मत करवाया जाए और पुल का निर्माण कार्य में भी तेजी लाया जाए ताकि लोगों का राह आसान हो सके.