बांका: लॉकडाउन में बिहार के बाहर फंसे बिहार वासियों का वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है. वहीं गुरुवार को तेलंगाना के लिंगमपल्ली से 1250 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बांका रेलवे स्टेशन पहुंची, जिसके बाद स्टेशन पर सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई और बसों से ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया.
हैदराबाद लिंगमपल्ली से स्पेशल ट्रेन पहुंची बांका, 1250 मजदूरों की हुई घर वापसी - सेनेटाइजर
लिंगमपल्ली से 1250 मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन बांका रेलवे स्टेशन पहुंची. यहां सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग करने के बाद बसों से उनको ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा गया.
प्रवासियों के लौटने का सिलसिला जारी
रंगापट्टी से आए मजदूर अभिषेक कुमार और सीताराम यादव ने बताया कि सभी मजदूरी का काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण दुकान व कारखाने बंद हो गए. पिछले एक माह से खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई थी. हालांकि वहां के सरकार ने प्रबंध कर रखा था. उन्होंने बताया कि बहुत दिनों से हम लोग वापस अपने घर आना चाह रहे थे. इस दौरान स्थानीय पुलिस की ओर से सूचना मिली कि बिहार के बांका के लिए स्पेशल ट्रेन जाने वाली है. इसके बाद ट्रेन से हम सभी बांका पहुंचे हैं. मजदूरों ने बताया कि उनसे किराया नहीं वसूला गया. बांका रेलवे स्टेशन पर उन्हें जिला प्रशासन की ओर से स्नैक्स, पानी और सेनेटाइजर भी दिया गया.
घर पहुंचे प्रवासियों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
वहीं, मौके पर मौजूद डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि 1250 मजदूरों को लेकर लिंगमपल्ली से ट्रेन बांका पहुंच चुकी है. सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई है और उन्हें 50 वाहनों से विभिन्न प्रखंडों के क्वॉरेटाइन सेंटर में भेजा जा रहा है. संबंधित थाने के सीओ और थानाध्यक्ष उन्हें एस्कॉर्ट करके ले जाएंगे. डीएम ने बताया कि इस ट्रेन से अन्य जिलों के लोग भी आए हुए हैं. उनका नाम पता लिखा गया है. संबंधित जिले के डीएम से संपर्क साधा जा रहा है. उनके लिए भी अलग से बस की व्यवस्था कर शुक्रवार को भेजा जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि शुक्रवार को देर शाम तक एक और ट्रेन हैदराबाद से बांका पहुंचेगी.