बांका: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना में शामिल 'हर घर, नल जल' और 'नली गली पक्कीकरण योजना' लूट का अड्डा बनी हुई है. बिहार के पूर्व राजस्व मंत्री सह बांका विधायक रामनारायण मंडल के पैतृक पंचायत लकड़ीकोला स्थित महेशाडीह गांव के वार्ड नंबर 11 में इस योजना के तहत लूट का बड़ा खुलासा हुआ है. वार्ड क्रियान्वयन समिति के फर्जी हस्ताक्षर के सहारे तत्कालीन बीडीओ, सचिव और वार्ड सदस्य ने 48 लाख की अवैध निकासी की है.
ग्रामीणों को लोक सूचना के अधिकार के तहत इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली. इस बाबत ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से लेकर अधिकारियों तक से शिकायत तो की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मामले के बारे में बताते हुए ग्रामीण पवन कुमार यादव ने बताया कि योजना के तहत सबसे पहले बांका प्रखंड को राशि आवंटित हुई. लेकिन धरातल पर योजना के तहत किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं हुआ. लिहाजा ग्रामीणों ने योजना की आवंटित राशि का ब्यौरा जानने के लिए आरटीआई दाखिल की.
48 लाख की अवैध निकासी
इस आरटीआई से पता चला कि तत्कालीन बीडीओ विजय चंद्रा, सचिव राजेंद्र शर्मा और वार्ड सदस्य भागवत दास ने वार्ड क्रियान्वयन समिति के फर्जी हस्ताक्षर से 48 लाख की राशि निकाल ली. वहीं वार्ड क्रियान्वयन समिति के सदस्य मीना देवी के पति शंकर दास ने बताया कि पत्नी से बगैर हस्ताक्षर लिए ही अवैध तरीके से राशि निकाली गई है. इस बारे में मीना देवी को जानकारी नहीं है. विकास कार्य की बात करें तो सिर्फ पानी की टंकी ही खड़ी की गई है. पाइप लाइन बिछाने का कार्य अभी भी अधूरा पड़ा हुआ है.