बांका (चांदन):भूमि संरक्षण विभाग के जलछाजन योजना के तहत ग्रामीणों को लाभ दिलाने के नाम पर विभागीय कर्मियों द्वारा अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है. मामले को लेकर चांदन प्रखंड के धनुबसार पंचायत अंतर्गत टोनापाथर गांव की महिला किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया.
वाटर शेड क्रम संख्या 7 के पंचायत सचिव इश्तियाक अंसारी एवं वित्तीय विशेषज्ञ रंजीत कर्ण पर बकरी पालन के लिए अनुदान दिलाने के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया. हालांकि महिलाओं की शिकायत के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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क्या था मामला?
महिलाओं ने बताया कि उपरोक्त दोनों कर्मियों ने गांव की कुल 46 महिला किसानों से अनुदान दिलाने के लिए फाइल तैयार करने की बात कहकर एक हजार रुपए वसूल लिये. साथ ही गत दो फरवरी को कटोरिया के राधानगर मवेशी हाट से सभी महिला किसानों को बकरी की खरीदारी करायी. लेकिन आज तक किसी को भी अनुदान नहीं मिला है.
पूछने पर दोनों ने पुनः महिला किसानों से 3500 रुपए की मांग की. वहीं, पंचायत के मुखिया की अनुशंसा की अनदेखी करते हुए दोनों कर्मियों ने कहा कि जलछाजन विभाग में हमारी मनमानी चलेगी. फिलहाल, महिला किसानों ने विभाग के उच्च अधिकारियों से मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.
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इन महिलाओं से की गयी ठगी
इसमें महिला किसान कुंती देवी, पार्वती देवी, सुशीला देवी, रुना देवी, शोभा देवी, शिल्पा देवी, रेखा देवी, फुलमुनी देवी, पनवती देवी आदि शामिल हैं. इस संबंध में मुखिया बिंदु भारती ने बताया कि मैंने योजना को पारित करने की अनुशंसा की थी. लेकिन पंचायत सचिव एवं वित्तीय विशेषज्ञ द्वारा मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है.
वहीं, डीडी संजय कुमार शर्मा ने बताया कि लाभुकों को विभाग द्वारा बकरी उपलब्ध कराया जाती है. अनुदान की बात नहीं है. फिर भी अगर अवैध वसूली हुई है तो कार्रवाई होगी.
प्रदर्शन के बाद खुली प्रशासन की नींद
महिलाओं के प्रदर्शन के बाद भूमि संरक्षण विभाग के उप निदेशक कृषि अभियंत्रण संजय कुमार शर्मा द्वारा थाने में मामला दर्ज कराया गया था. मामला दर्ज होते ही थानाध्यक्ष द्वारा अवैध वसूली के आरोपी इश्तियाक अंसारी और रंजीत करण को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया.