बांका: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रथम चरण में होने वाले मतदान को लेकर प्रचार का दौर थम गया. 28 अक्टूबर को होने वाले मतदान के लिए बांका जिले की निर्वाचन शाखा और पुलिस प्रशासन की टीम प्रत्येक स्तर पर तैयारी को अंतिम रूप देने में जुट गई है.
डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए बिहार पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की 80 कंपनी की तैनाती बूथों पर होगी. धोरैया और अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए अतिरिक्त एक हजार अर्धसैनिक बल कलस्टर के हिसाब से तैनात किए जाएंगे. जिले में 500 संवेदनशील और 380 नक्सल प्रभावित चिन्हित किए गए हैं. नक्सल प्रभावित इलाकों में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक और अन्य स्थानों पर शाम 6 बजे तक मतदान होगा. वहीं मतदान के दिन जिला मुख्यालय सभी बूथों से कनेक्ट रहेगा. ताकि पल-पल की गतिविधि पर नजर बनी रहे. नक्सल प्रभावित क्षेत्र बेलहर के सात बूथ को शिफ्ट किया जाता था.
पांच विधानसभा क्षेत्र को 157 सेक्टर में बांटा गया
डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि विधानसभा चुनाव में प्रत्येक स्तर पर निगरानी रखने के लिए जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र को 157 सेक्टर में बांटा गया है. 11 सुपर जोनल, 22 विशेष जोनल बनाए गए हैं. जिले में 2 हजार 45 बूथ पर मतदान होना है. इसके लिए 12 हजार कर्मी की सेवा ली जा रही है. इसमें 8 हजार 160 पोलिंग पार्टी और 625 पीसीसीपी भी शामिल है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 380 बूथों पर और 500 संवेदनशील बूथों पर पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती होगी. इसके अलावा जिले के पास रिजर्व में भी जवान तैयार रहेंगे, जो किसी भी विपरीत परिस्थिति में निपटने के लिए सक्षम होंगे.
180 बूथ को बनाया गया है सखी बूथ
डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि कोविड-19 के बचाव के साथ इस बार मतदान संपन्न कराना है. प्रत्येक मतदाता के हाथ में को सैनिटाइज करने के साथ ग्लव्स पहनाया जाएगा. इसके लिए 157 कोविड प्रबंधन टीम की भी तैनाती की जाएगी. जो बूथ से ट्रैक्टर के माध्यम से ग्लव्स सहित अन्य कचरा को एकत्र कर भागलपुर संस्थान में पहुंचाएगी. इसके अलावा सभी बूथ पर आंगनबाड़ी सेविका और आशा दीदी भी तैनात रहेंगी. जिले के 180 बूथ को सखी बूथ बनाया गया है. यहां केवल महिला चुनाव कर्मी ही तैनात रहेंगी. लगभग 1 हजार 700 महिला कर्मी को तैनात किया गया जाएगा. इसके अलावा 450 मिक्स्ड बूथों पर कम से कम दो महिलाएं तैनात रहेंगी. वहीं सभी महिला कर्मियों के लिए स्पेशल वाहन की व्यवस्था रहेगी.