बांकाः जिले के बौंसी प्रखंड स्थित असनाहा पंचायत में नहर की उड़ाही कराए बगैर मुखिया ने अधिकारियों से मिलीभगत से राशि निकासी कर ली. यह मामला तब उजागर हुआ, जब किसान के हजारों हेक्टयर में लगी धान की फसल पटवन के अभाव में बर्बाद होने की स्थिति में खुद कुदाल उठाकर नहर की उड़ाही शुरू कर दी. इस नहर से हजारों किसान के दो हजार से अधिक हेक्टेयर भूमि सिंचित होता है. मनरेगा पीओ ने कहा जांच के बाद दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
महात्मा गांधी के नाम पर चल रही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में लूट मची है. बांका जिला भी इससे अछूता नहीं है. ताजा मामला जिले के बौंसी प्रखंड स्थित असनाहा पंचायत की है. जहां नहर की उड़ाही कराए बगैर मुखिया ने अधिकारियों से मिलीभगत से राशि निकासी कर ली.
काम कराए बगैर मुखिया ने निकाल ली राशि
किसान अरविंद पासवान ने बताया कि खेतों में धान की फसल पटवन के अभाव में बर्बाद हो रहे थे, तो माधोपुर, असनाहा, मिल्कीटीकर, कालीपुर सहित अन्य गांवों के सैकड़ों किसानों ने मिलकर नहर की उड़ाही शुरु कर दी, ताकि खेतों तक पानी पहुंचाया जा सके. इसी बीच मुखिया का बेटा आया और नाश्ता खाना और मजदूरी देने का आश्वासन देकर चला गया.