बांकाःखेतों में पराली जलाने की प्रशासन की मनाही के बाद भी किसान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. जिले के रजौन प्रखंड के किसान रबी फसल तैयार होने के बाद खेतों में ही पराली जला रहे हैं. जिला प्रशासन द्वारा बरती गई सख्ती का कोई असर नहीं दिख रहा है. ऐसे मामले चिंता का विषय हैं.
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'पोषक तत्व हो जाता है समाप्त'
जिले में रबी फसल तैयार हो चुका है. लिहाजा किसान फसल कटाई के बाद खेत में ही पराली जला रहे हैं. व्यापक पैमाने पर पराली जलाने के कारण प्रदूषण की भी समस्या उत्पन्न होती है. आग की लपटों के कारण आस-पास के खेतों में लगे फसल को नुकसान की संभावना बन जाती है.
वहीं जिले के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. मुनेश्वर प्रसाद ने बताया कि खेतों में पराली जलाने से खेत की नमी चली जाती हैं. सारे पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं. इससे आगामी फसल के पैदावार पर व्यपाक असर पड़ता है.