बांका:स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. बाराहाट प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच करने गई टीम ने किट को खुले स्थान पर फेंक दिया. जिससे ग्रामीण को बीच कोरोना को लेकर दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है.
बता दें कि जहां इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के रोकथाम को लेकर जांच अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में दो दिन पूर्व बाराहाट अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी प्रखंड के गोडधावर और गजंडा गांव के स्कूल में कोरोना संदिग्धों की जांच के लिए शिविर लगाया गया था. दोनों स्थानों पर 100 से अधिक लोगों की एंटीजन किट से कोरोना जांच की गई थी.
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जांच के बाद खुले में फेंक दिया एंटीजन किट
गोडधावर और गजंडा गांव के स्कूल में जांच तो 100 से अधिक लोगों की गई. जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को निगेटिव बताया. ग्रामीणों की माने तो किट पर कई लोगों के पॉजिटिव होने के मार्क दिख रहे थे. इसके बावजूद भी जांच टीम ने दोनों स्थानों पर एंटीजन किट को स्कूल परिसर में फेंक दिया. जब स्थानीय लोगों की इस पर नजर पड़ी तो हड़कंप मच गया. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोराना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में घोर लापरवाही बरतते हुए बड़े पैमाने पर जांच किया गया. एंटीजन किट को क्यों उसी स्थल पर छोड़ दिया गया.
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अस्पताल प्रबंधक कुछ भी बोलने को नहीं हुए तैयार
इस लापरवाही को लेकर ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि बाराहाट अस्पताल के माध्यम से जो गलती की गई है, उसपर विभाग क्या एक्शन लेता है. हालांकि इस मामले को लेकर जब बाराहाट अस्पताल के प्रबंधक अवध किशोर श्यामला से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जांच कर्मी को किट अस्पताल लाकर डिस्पोज कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि गलती की जांच कराई जा रही है.