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बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट: मजदूर की बेटी ने छठा और किसान के बेटे ने 9वां स्थान किया हासिल

बांका के धाेरैया की एक मजदूर की बेटी ने राज्य में छठा स्थान हासिल कर जिले में भी टाॅप किया है. वहीं, रजाैन के एक किसान के बेटे ने राज्य में 9वां स्थान प्राप्त किया है, जिले के टाॅपर की श्रेणी में दूसरा स्थान पाकर जिले का भी मान बढ़ाया है.

बांका
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Published : Apr 5, 2021, 10:56 PM IST

बांका: मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट में जिले के धाेरैया की एक मजदूर की बेटी ने राज्य में छठा स्थान पाकर जिले का मान बढ़ाते हुए बांका जिला टाॅपर भी बनी. वहीं, रजाैन के एक किसान के पुत्र ने राज्य में 9वां स्थान पाकर बांका जिला टाॅपर की श्रेणी में दूसरा स्थान पाकर मान बढ़ाया है.

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कड़ी मेहनत लाई रंग
धाेरैया के हाई स्कूल की छात्रा जुली कुमारी ने 479 अंक पाते हुए जिले में पहला स्थान हासिल किया है, तो हाई स्कूल नवादा बाजार के छात्र निक्कु कुमार ने 476 अंक हासिल कर दूसरा स्थान पाया है. जबकि तीसरे स्थान पर बांका जिले के अलग-अलग स्कूल के 4 बच्चे तीसरा स्थान हासिल कर टॉपर थ्री में है.

किसान के बेटे ने 9वां स्थान किया हासिल

परेशानियों का डटकर किया सामना
जिला टॉपर बनी जुली कुमारी आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती हैं. राज्य में छठा स्थान और जिला टॉपर बनने के लिए कठिनाईयों का भी उन्हें सामना करना पड़ा है. वे रोजाना दो किमी दूर ट्यूशन के लिए जाया करती थी. आर्थिक परेशानी के बीच भी बेहतर रिजल्ट किया है. जुली धोरैया प्रखंड के भगवानपुर गांव निवासी मजदूर संजय मंडल की बेटी है. घर पर संसाधनों का अभाव है, फिर भी उसने मैट्रिक की परीक्षा में जिला टॉप किया है. मैट्रिक टॉपर होने की खबर से जूली के घर और गांव में खुशी का माहौल है.

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बधाई देने वालों का लगा तांता
वहीं, छात्र निक्कू कुमार के स्टेट में 9वां और बांका जिले में दूसरा स्थान लाये जाने के बाद क्षेत्र में खुशी है. निक्कु नवादा बाजार के किसान उत्तम कुमार सिंह और गृहिणी संगीता देवी के बेटे हैं. निक्कु आगे पढ़कर आईआईटी इंजीनियर बनना चाहते हैं. निक्कू ने बताया कि विषय वार रूटीन से प्रतिदिन 10-12 घंटे की पढ़ाई करते थे. जिसने उन्हें सफलता दिलायी है. बांका जिले के करीब 80 फीसदी छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी है.

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