बांकाः बिहार के बांका जिला अंतर्गत नवटोलिया (Navtolia) में गत 8 जून को मदरसा में हुए ब्लास्ट(Blast In Madrasa) मामले में कार्रवाई तेज करते हुए पुलिस ने मदरसा कमेटी के सचिव (Secretary of Madrasa Committee) सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने सचिव फारुख अंसारी, सदस्य कुदरीश, अहमद और कुदुश मियां को गिरफ्तार किया है. साथ ही मृत मौलाना के शव को जिस कार से ले जाया गया था, उसे जब्त कर लिया गया है.
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एसपी ने दी जानकारी
मदरसा ब्लास्ट (Blast In Madrasa) मामले से धीरे-धीरे पर्दा उठने लगा है. मामले की जांच अभी पूरी नहीं हो पाई है, लेकिन अब तक हुई जांच और कार्रवाई की कुछ जानकारियां जिले के एसपी अरविंद कुमार गुप्ता (Banka SP Arvind Kumar Gupta) ने दी है.
उन्होंने मदरसा के सचिव सहित 4 लोगों की गिरफ्तारी के साथ मारुति 800 कार को जब्त करने की बात बतायी. एसपी ने बताया कि यह कार गांव के एक व्यक्ति की है.
कई टीमें कर रही मामले की जांच हादसे में 2 बच्चे भी हुए थे घायल
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि जांच के क्रम में दो बच्चों के भी घायल होने का खुलासा हुआ है. जिस वक्त धमाका हुआ, उस समय गांव के दो बच्चे मदरसा के रास्ते दुकान जा रहे थे. तभी विस्फोट के बाद मलवे की चपेट में आने से घायल हो गए थे. हादसे में एक सात साल की लड़की और एक चार साल का लड़का घायल हो गया था.
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मारुति 800 कार जब्त
एसपी ने बताया कि विस्फोट में मारे गए मौलाना अब्दुल सत्तार मोमिन के शव को जिस कार से लाकर छोड़ा गया था, उस मारुती 800 कार को भी जब्त कर लिया गया है. उसकी जांच एफएसएल से कराई जा रही है. यह कार गांव के ही एक व्यक्ति की है.
चंदे से चलता था मदरसा
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि मदरसा बम ब्लास्ट मामले में अभी जांच चल ही रही है. मदरसा के संचालन के बारे में पता चला है कि ग्रामीण स्तर पर 50 से 100 रुपये का चंदा लेकर इसे चलाया जाता था. ब्लास्ट मामले में एफएसएल की रिपाेर्ट का इंतजार है. कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है. कई लोगों को हिरासत में लेकर भी पूछताछ की जा रही है.
50 साल पुराना मदरसा हुआ था जमींदोज
नवटोलिया इलाके में 8 जून को हुए ब्लास्ट में 50 साल पुराना मदरसा जमींदोज हो गया था. जांच के लिए पहुंची फॉरेंसिक टीम (Forensic Science Laboratory) को जांच में बारूद का अंश मिला था. इस धमाके में इमाम मोहम्मद अब्दुल सत्तार मोमिन की भी मौत हो गई थी.
हादसे में मदरसा हुआ था जमींदोज एनआईए को मिली थी जांच की जिम्मेदारी
ब्लास्ट (Blast in Madarsa) मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) कर रही है. एनआईए लोकल थाने में दर्ज FIR को टेकओवर कर आगे की पड़ताल कर रही है. वहीं, इससे पहले एटीएस टीम का भी गठन किया गया था. अब बांका पुलिस, एटीएस और एनआईए की टीमें मामले की जांच में जुटी हैं.
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