बांका: जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के दौरान बाहर से आए लोगों को क्वारंटाइन करने के लिए सरकार की ओर से सभी प्रखंडों में सेंटर बनाए गए थे. क्वारंटाइन सेंटर में रसद की आपूर्ति करने वाले कई लोगों को अब तक पैसे नहीं मिले हैं. इसको लेकर डीएम सुहर्ष भगत ने अधिकारियों के साथ बैठक की.
कई प्रखंड के सीओ को डीएम ने लगाई फटकार
क्वारंटाइन सेंटर में खर्च राशि का लेखा-जोखा दुरुस्त नहीं रहने पर डीएम ने कई प्रखंड के सीओ, बीडीओ और नाजिर को फटकार लगाई. डीएम सुहर्ष भगत ने समीक्षा के दौरान पाया कि स्थानांतरण के बाद भी बौंसी और अमरपुर के नाजिर ने प्रभार का आदान-प्रदान नहीं किया है. इसके चलते लोगों को बकाया राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा है. डीएम ने बौंसी और अमरपुर के नाजिर के वेतन पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है.
डीएम ने जिले के सभी प्रखंडों के बीडीओ सीओ और नाजिर से निकासी एवं व्यय की विस्तृत जानकारी ली. इस क्रम में डीएम ने कई सीओ (जिनका खाता दुरुस्त नहीं था या अभी भी भुगतान नहीं किया गया है) को कड़ी फटकार लगाई. डीएम ने दो दिन के अंदर भुगतान करने का निर्देश दिया.
जल्द से जल्द उपयोगिता प्रमाण पत्र करें जमा
डीएम सुहर्ष भगत ने बताया "कोरोना संक्रमण को लेकर सभी प्रखंडों में क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया था. देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लोगों के लिए यहां रहने और खाने की व्यवस्था की गई थी. आपदा राहत के तहत सीओ व बीडीओ को राशि भी आवंटित हुई थी, जिसकी उपयोगिता प्रमाण पत्र अब तक कई अंचलों से जमा नहीं कराई गई है."
"अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई गई है और जल्द से जल्द उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया गया है. क्वारैंटाइन सेंटर में रसद पहुंचाने वाले लोगों की लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है."- सुहर्ष भगत, डीएम