बांका: जिले के चांदन नदी पर बने पुल का छह में से चार पाया क्षतिग्रस्त हो गया है. पुल का दो पाया आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इस क्षतिग्रस्त पुल पर वाहनों की आवाजाही भी जारी है. जिसके चलते कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
बता दें कि यह पुल एनएच 333 ए में भी शामिल है. जो बांका को भागलपुर, झारखंड और बंगाल से जोड़ता है. चांदन नदी पर बने पुल का छह पाया क्षतिग्रस्त हो गया है. वहीं, इसके क्षतिग्रस्त हो जाने से लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी. लोगों को कई किमी अतिरिक्त चक्कर लगाकर अपने गंतव्य पर जाना होगा.
प्रशासनिक विभाग मौन
बालू उठाव में संवेदक महादेव इंक्लेव की मनमानी जारी है. बालू संवेदक ना सिर्फ गलत तरीके से बालू का उठाव कर रहे हैं. बल्कि सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना भी लगा रहे हैं. इस पर पूरा प्रशासनिक विभाग मौन है, जिससे उनका मनोबल बढ़ता जा रहा है. इसी के चलते चांदन नदी पर बने पुल के पास लगातार बालू उठाव होता रहा है. वहीं, नियम के मुताबिक पुल के दोनों ओर तीन सौ मीटर तक बालू का उठाव वर्जित है.
चांदन नदी पर बना पुल हुआ क्षतिग्रस्त भारी वाहनों की आवाजाही जारी है
जिला प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है. वहीं, सूचना मिलने पर एसडीएम मनोज कुमार चौधरी क्षतिग्रस्त पुल देखने के लिए गए. लेकिन उन्होंने पुल को क्षतिग्रस्त देखकर कोई कार्रवाई नहीं की. पुल पर अब भी भारी वाहनों की आवाजाही जारी है. समय रहते इस पर रोक नहीं लगाया गया, तो किसी भी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है.