बांका: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के बैनर तले दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं ने शहर के गांधी चौक पर देर शाम कैंडल मार्च निकाला और उनके चित्र के सामने मोमबत्तियां जलाकर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
'सुशांत सिंह राजपूत के साथ हुआ था साजिश'
मौके पर क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि नेपोटिज्म के शिकार हुए सुशांत सिंह राजपूत को साजिश के तहत फंसाया गया और उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया. कार्यकर्ताओं ने सुशांत की खुदकुशी की सीबीआई जांच की मांग की.
'आत्महत्या के लिए किया गया था मजबूर'
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष हिम्मत सिंह ने बताया कि 'बिहार के गरीब का बेटा फिल्म इंडस्ट्री में अपने अच्छे कार्य के बदौलत नाम कमा रहा था. महेंद्र सिंह धोनी सहित कई फिल्मों में बेहतरीन कार्य किया था. कुछ लोगों को यह हजम नहीं हो रहा था और साजिश के तहत सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया. देश के राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक से हमारी मांग है कि गरीब के बेटे को इंसाफ मिले. आत्महत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए. ताकि उनके मौत के साजिशकर्ता का पर्दाफाश हो सके.
'बिहार का लाल था सुशांत'
वहीं, समाजसेवी पप्पू सिंह ने बताया कि सुशांत बिहार का लाल था. उसको खोकर हमलोग अनाथ हो गए हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि बिहार के लाल के साथ सौतेला व्यवहार किया गया. महाराष्ट्र की सरकार इस मामले में क्यों चुप बैठी है. महाराष्ट्र सरकार को मामले की त्वरित जांच करानी चाहिए. हमारी एक ही मांग है बिहार के लाल को इंसाफ मिले.