बांका: कोरोना वायरस के संक्रमण काल में जिले के लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. लोग पहले ही रोजमर्रा की जिंदगी में लॉक डाउन से जूझ रहे हैं, अब चांदन नदी का पुल ध्वस्त हो जाने से रोजाना की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी लोगों को काफी चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. मजबूरन लोगों को नदी पार कर बांका आना पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने पुल के दोनों छोर को सीमेंटेड दीवार से घेर दिया है. चार प्रखंड सहित आठ थानों का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क टूट गया है. जिला मुख्यालय आने के लिए लोगों को अब कई किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है.
बांका: चांदन नदी पर 25 करोड़ की लागत से बनेगा पुल, अंतिम चरण में है निविदा प्रक्रिया
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने बताया कि चांदन नदी पर 25 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण होगा जो निविदा प्रक्रिया में है. इसकेे अलावा जल्द ही दो करोड़ की लागत से डायवर्जन का निर्माण कार्य भी शुरू करवाया जाएगा.
नदी पार कर पहुंच रहे हैं बांका
चांदन नदी पार कर रहे पंकज कुमार, मो. रहमत सहित अन्य लोगों ने बताया कि सारी जरूरतों की पूर्ति बांका से ही होती है. ऐसे में पुल ध्वस्त हो जाने से परेशानी बढ़ गई है. किसी तरह नदी पार कर बांका आ रहे हैं. सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने कहा कि 6 महीने पहले ही पुल टूट चुका था.तब इस पर ध्यान नहीं दिया गया. सरकार को लोगों की परेशानी का ख्याल करते हुए कम से कम डायवर्जन तो बना देनी चाहिए थी.
25 करोड़ की लागत से पुल का होगा निर्माण
इ्स मामले में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने बताया कि पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव सहित विभागीय अधिकारियों से बात हुई है. चांदन नदी पर बनने वाला पुल निविदा प्रक्रिया में है. 25 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण होना है. साथ ही आवागमन में कोई परेशानी ना हो इसके लिए दो करोड़ की लागत से डायवर्जन भी बनाया जाएगा. इसकी प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है.