बांका: निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस पर 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत सरकार द्वारा वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' मनाने की शुरुआत की गई. इसी कड़ी में सोमवार को समाहरणालय सभागार में 11वां मतदाता दिवस का आयोजन किया गया. इसकी विधिवत शुरुआत डीएम सुहर्ष भगत, एसपी अरविंद कुमार गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर मतदाताओं को जागरूक करने के लिए सड़कों पर रैली निकाली गई.
समाहरणालय परिसर से निकाली गई मतदाता जागरूकता रैली
इस रैली में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के साथ-साथ शिक्षा विभाग के कर्मियों ने भी हिस्सा लिया. रैली के बाद डीएम सुहर्ष भगत ने समाहरणालय सभागार में उपस्थित अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखने और स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखने के लिए निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए शपथ दिलाई. डीएम ने चुनाव में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कर्मियों और बीएलओ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. साथ ही नए वोटरों का उत्साहवर्धन किया.
बांका: 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस का हुआ आयोजन, डीएम ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को दिलाई शपथ
डीएम सुहर्ष भगत, एसपी अरविंद कुमार गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आगाज किया. मतदाताओं में जागरुकता लाने के लिए शहर की सड़कों पर रैली भी निकाली गई.
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सभी मतदान केंद्रों पर बीएलओ की है नियुक्ति
डीएम सुहर्ष भगत ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिलेवासियों को बधाई देते हुए बताया कि मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ जाने के बाद प्रत्येक बूथ पर अतिरिक्त बीएलओ की नियुक्ति कर दी गई है. ताकि आने वाले समय में मतदान प्रक्रिया में सभी की सहभागिता सुनिश्चित की जा सके. मतदान प्रतिशत को 70 से 80 फ़ीसदी तक बढ़ाने का जो लक्ष्य है उसे हासिल करने की दिशा में बेहतर कार्य करने की जरूरत है. डीएम ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सराहनीय प्रयास के कारण कटोरिया विधानसभा के आरओ को पटना में निर्वाचन आयोग द्वारा सम्मानित किया जा रहा है. जो जिला वासियों के लिए गर्व की बात है. स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रणाली को बनाए रखने के लिए मतदाताओं का सुदृढ़ करने के अलावे नए वोटरों में खासकर महिला मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अधिक जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत पर बल दिया गया.