अरवल: कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री के जरिए 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा के बाद जिले में सुबह-सुबह अरवल एसडीएम किरण सिंह सड़क पर उतरकर लोगों को चेतावनी दी. अनुमंडल पदाधिकारी किरण सिंह के साथ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी लोगों को पहले तो समझाने का प्रयास किया. लेकिन कुछ लोग जो प्रशासन से उलझने लगे, उनके साथ सख्ती भी दिखाई गई. वहीं, अरवल के भगत सिंह चौक पर एसडीएम की गाड़ी रुकते ही अनुमंडल पदाधिकारी ने वाहन चेकिंग अभियान भी शुरू कर दिया.
अरवल में पीएम के अपील का असर, सुबह से ही सड़क पर निकले वरीय पदाधिकारी - कोरोना वायरस
पीएम की अपील के बाद अरवल जिले में व्यापक पैमाने पर असर दिख रहा है. लोग आमतौर पर बाहर नहीं निकल रहे हैं. हालांकि बाहर निकलने वाले लोगों पर पुलिस डंडे भी बरसाने लग रही है.
'जो जहां है वही रहे'
अनुमंडल पदाधिकारी के वाहन जांच क्रम में भगत सिंह चौक पर एआरएल कंपनी के कर्मचारियों से लदी ट्रक को रुकवाया. इसके बारे में पूछे जाने पर एसडीएम किरण सिंह ने बताया कि कंपनी के बंद होने के बाद यह लोग अपने गंतव्य स्थान पर जा रहे थे. उनके जरिए सभी का चालान काटा गया. इसके बाद उनके हाथ में एक तख्ती दी गई, जिसमें लिखा हुआ था कि 'मैं समाज का दुश्मन हूं, मुझे अपने घर और परिवार की चिंता नहीं है'. हालांकि उनको चेतावनी देते हुए एसडीएम ने कहा कि जो जहां है वही रहे, उसके बाद उन्हें वापस भेज दिया गया.
पुलिस ने समझा-बुझाकर भेजा घर
पीएम की अपील के बाद अरवल जिले में व्यापक पैमाने पर असर दिख रहा है. लोग आमतौर पर बाहर नहीं निकल रहे हैं. हालांकि बाहर निकलने वाले लोगों पर पुलिस डंडे भी बरसाने लग रही है. लोगों को समझा-बुझाकर हटाने का भी प्रयास कर रही है. वहीं, इक्के-दुक्के वाहन दिखाई दिए. जिन्हें पुलिसकर्मियों के कई सवालों का जवाब देना पड़ रहा है.