अरवल: वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए पीएम मोदी ने पूरे देश में 21 दिन तक लॉक डाउन जारी करने का आदेश दिया है. अरवल जिले में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है. जिले के डीएम रवि शंकर चौधरी और जिला पुलिस कप्तान राजीव रंजन पूरे जिला प्रशासन के साथ सड़क पर उतर कर लोगों को लॉक डाउन के बारे में समझा रहे हैं. शुक्रवार को जिले के एडीएम संजीव कुमार सिन्हा भी सड़क पर नजर आए. मौके पर उन्होंने लोगों से इस वायरस की गंभीरता को देखते हुए अपने-अपने घरों ने रहने की अपील की.
अरवल: लॉकडाउन सफल बनाने के लिए प्रशासन तत्पर, नियम तोड़ने पर हो रही कार्रवाई - effect of lock down
कोरोना के संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरा जिला प्रशासन सख्ती के साथ कार्रवाई कर रही है. हालांकि, अरवल जिले में अभी तक एक भी कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं. बावजूद जिला प्रशासन इस मामले को लेकर काफी सावधानी बरत रही है.
'बेवजह बाहर घूम रहे लोगों पर की कार्रवई'
एडीएम संजीव कुमार सिन्हा ने वैश्विक महामारी करुणा से निपटने के लिए लोगों के लॉक डाउन का पालन करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन को सरकार ने आम जनता की सेहत के मद्देनजर निर्णय लिया है. इस वजह से लोगों को खुद से इसका पालन करना चाहिए. इस दौरान उन्होंने बेवजह बाहर घूम रहे लोगों को पकड़कर सख्ती भी दिखाई. हालांकि, बाद में उन्होंने लोगों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देकर छोड़ दिया.
हाई अलर्ट पर बिहार
गौरतलब है कि कोरोना के संभावित खतरे से निपटने के लिए सरकार ने एहतियात के तौर पर पूरे देश में लॉक डाउन जारी किया है. हालांकि, अरवल में अभी तक एक भी कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं. बावजूद जिला प्रशासन एहतियातन बड़े कदम उठा रहें है. जिला प्रशासन बिमार व्यक्ति की सूचना मिलते ही फौरन सावधान हो जाती है. स्वास्थ्य विभाग की टीम संदिग्ध व्यक्ति की जांच कर उसपर अपनी नजर रखती है. डीएम पूरे जिले का खुद से लगातार मॉनिटरिंग करते रहते हैं.