अरवलः वैश्विक महामारी से जूझ रहे हिंदुस्तान को देश के प्रधानमंत्री ने जैसे ही 21 दिन के लॉक डाउन की अपील की. वैसे ही स्थानीय प्रशासन भी कई तरह के हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है. सड़क पर चलने वाले लोगों को एक और नोटिस थमाया जा रहा है. जिसमें लिखा हुआ है कि मैं समाज का दुश्मन हूं, मुझे अपने परिवार और दोस्तों की चिंता नहीं है. मैं अपने बच्चों से प्यार नहीं करता हूं, तो दूसरी तरफ अरवल अनुमंडल अधिकारी ने एक और नया हथकंडा अपनाया है. जिसमें वह घर में रहने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र दे रही है. अरवल एसडीएम किरण सिंह सुबह से ही जिले के विभिन्न जगह पर जाकर लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए लोगों से अपील कर रही है.
पूरे देश में 21 दिन के लिए लॉक डाउन
लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए अरवल अनुमंडल अधिकारी किरण सिंह की ओर से कई तरह के नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. सड़क पर चलने वाले लोगों को जो अपने ढिठाई से बाज नहीं आ रहे हैं. उन्हें समाज के दुश्मन बताया जा रहा है, तो दूसरी तरफ लॉक डॉन में पूरी तरह से प्रशासन का सहयोग करने वाले परिवार को घर जाकर अनुमंडल अधिकारी की ओर से प्रशस्ति पत्र दिया जा रहा है. एसडीएम लोगों को यही समझा रहा है कि घर में रहें सुरक्षित रहें. जान है, तो जहान है, बगैर किसी काम के घर से बाहर न निकलें. सरकार के सभी दिशा निर्देशों का पालन करें.
कोरोना की वजह से किसी को मिल रहा प्रशस्ति पत्र तो किसी को समाज के दुश्मन का तमगा
अरवल एसडीएम किरण सिंह सुबह से ही लोगों को घर में रहने की सलाह दे रही है. एक ओर एसडीएम की ओर से सड़क पर चलने वाले लोगों को समाज का दुश्मन बताने की तख्ती दी जा रही है, तो दूसरी तरफ एसडीएम की ओर से घर में रहने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र भी दिया जा रहा है.
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घर में रहने वाले लोगों को एसडीएम दे रही प्रशस्ति पत्र
प्रधानमंत्री की अपील के बाद जिला प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया है. जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी सड़क पर उतरकर लोगों को नसीहत देते नजर आ रहे हैं. अरवल एसडीएम किरण सिंह सुबह से ही लोगों को घर में रहने की सलाह दे रही है. एक ओर एसडीएम की ओर से सड़क पर चलने वाले लोगों को समाज का दुश्मन बताने की तख्ती दी जा रही है, तो दूसरी तरफ एसडीएम की ओर से घर में रहने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र भी दिया जा रहा है.