अररिया: जिला मुख्यालय से सटे एनएच 57 स्थित महादेव चौक हादसों को न्यौता दे रहा है. यहां कई शिक्षण संस्थान हैं जहां बच्चे पढ़ने आते हैं. लेकिन सड़क पार करने के लिए राष्ट्रीय राज मार्ग कोई ओवरब्रिज नहीं है. ऐसे में आम लोगों से लेकर छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कई बार छात्र हो चुके हैं दुर्घटना के शिकार
छात्र जान जोखिम में डाल कर ट्यूशन पढ़ने जाने को मजबूर हैं. कई बार लोग और छात्र दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं. पर प्रशासन की नज़र एक बार भी इन जगहों पर नहीं पड़ी है. छोटे-छोटे बच्चे साइकिल लेकर बीच सड़क को पार करते हैं. ऐसे में स्कूल जाने के दौरान अभिभावकों को भी अपने बच्चे की चिंता रहती है.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट कई बार हो चुका है ओवरब्रिज के आंदोलन
छात्र बताते हैं कि एनएच पार करते समय 10 मिनट इंतज़ार करना पड़ता है. गाड़ी की रफ़्तार इतनी तेज़ होती है कि कभी भी कोई हादसा हो सकता है. इससे आम नागरिक को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कुछ समय पहले कई दलों एवं संगठनों के लोग इसके लिए आंदोलन कर चुके हैं. पर इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया.
सांसद प्रदीप कुमार सिंह का भी चुका है एक्सिडेंट
समाज सेवी जगदीश झा गुड्डू बताते हैं कि इसी जगह पर सांसद प्रदीप कुमार सिंह का एक्सीडेंट हुआ था जिसमें उनका हाथ फ्रैक्चर हो गया था. इस जगह पर कई ऐसे शिक्षण संस्थान हैं जहां सैकड़ों बच्चे अपने पढ़ाई करने के लिए गुज़रते हैं. उस रास्ते से लोग न्यायालय, अस्पताल या फ़िर रोज़ मर्रे का सामान खरीदने इसे रास्ते से गुजरते हैं. इसका खामियाजा अररिया शहरवासी उठाने को मजबूर हैं.