अररिया: जिले के सदर अस्पताल में इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है, जब एक गर्भवती महिला को सदर अस्पताल ने बिना इलाज के लौटा दिया. पीड़ा से कराह रही महिला ने अस्पताल के गेट पर ही शिशु को जन्म दे दिया.
जिले के सदर अस्पताल के सामने यह दर्दनाक मंजर सामने आया, जहां प्रसव पीड़ा से कराहती बेहोशी की हालत में पड़ी बेटी और अस्पताल-क्लिनिक के चक्कर काटता मजबूर बूढ़ा पिता मदद के लिए इधर-उधर अस्पताल के आगे हाथ फैलाते रहे. लेकिन कहीं से भी उन्हें सहायता नहीं मिली. हॉस्पिटल ब्यॉय ने डॉक्टर और नर्स मौजूद नहीं होने का हवाला देकर वापस जाने के लिए कह दिया.
प्रसव पीड़ा से कराहती बेटी को ले भटकता रहा पिता डरकर ड्यूटी छोड़ भागे स्टाफ
बताया जा रहा है कि पिता मंसूर अपनी बेटी को डिलीवरी कराने हरियावाड़ा से अररिया सदर अस्पताल ला रहे थे, लेकिन रास्ते में ही बच्चे का जन्म हो गया. इसके बाद परेशान पिता बेहोश बेटी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा तो मौजूद गार्ड ने यह करके वापस कर दिया कि कोई नर्स या स्टाफ इस वक्त अस्पताल में नहीं है.
क्या कहते हैं अधीक्षक?
इसके बाद मंसूर निजी नर्सिंग होम के चक्कर काटता रहा, जहां कोई भी उस गरीब पिता की फरियाद सुनने वाला नहीं था. इस मामले को लेकर सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि आज ही के दिन सुबह एक प्रसूता की मौत हो गई थी, जिस कारण परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया था. इसके बाद नर्स और सभी महिला डरकर अस्पताल से भाग गई थीं.
उन्होंने कहा कि इसी वजह से हम लोगों ने मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया. हमारी देख-रेख की जिम्मेदारी बनती है, लेकिन यहां कोई देखने वाला नहीं था. इस वजह से उसे निजी नर्सिंग होम ले जाने की सलाह दी गई.