अररिया:लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बाजार गुलजार हो गया है. इस महापर्व को लेकर व्रती खरीदारी में जुटे हुए हैं. चार दिवसीय छठ व्रत बुधवार से नहाय-खाय के संकल्प के साथ शुरू होगा. कोरोना के संक्रमण काल में व्रती अपने घर-परिवार की रक्षा और समृद्धी की कामना के साथ छठ व्रत करने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि इस साल छठ पर महंगाई हावी हो रही है. फल और सब्जियों की कीमत बढ़ने लगी है.
छठ पूजा को लेकर अररिया का बाजार हुआ गुलजार, दुकानों पर कम पहुंच रहे खरीदार
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बाजारों में दुकानें सजने लगी हैं. वहीं, इस साल कोरोना की वजह से दुकानों पर छठ पूजा की सामग्री की बिक्री कम होने से दुकानदार परेशान हैं.
बाजार में पहुंच रहे छठव्रति
बाजार छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाले समाग्रियों से भरा हुआ है. छठव्रति बाजार से अपनी पसंद की सामिग्री की खरीदारी में जुट गए हैं. छठ में उपयोग होने वाले सुप, फल की कीमत पिछले साल के बनिस्पत थोड़ा उछाल आया है. कोरोना संक्रमण काल और लॉकडाउन की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इस कारण खरीदारों में थोड़ी परेशानी होना लाजमी है. यह भी एक वजह है कि लोग सीमित रूप से छठ की खरीदारी कर रहे हैं. फलों के विक्रेता केदार कुमार सोनी, किशोर साह और मो आलम ने बताया कि पिछले साल की तुलना में कीमतों में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है. कोरोना को लेकर लोग अभी तक ज्यादा खरीदारी नहीं कर रहे हैं. छठ के एक दिन पहले बिक्री बढ़ने की संभावना है और उसी उम्मीद में हमने अपनी दुकानें सजाई है.
छठ सामाग्री की कीमत
- बांस का सूप- 100 से 125 रुपये पीस
- नारियल- 30 से 40 रुपये पीस
- अनानास छोटा- 20 से 30 रुपये पीस
- सुथनी- 100 रुपये प्रति किलो
- सकरकंद- 60 से 70 रुपये प्रति किलो
- केला सिंगापुरी- 300 से 500 रुपये घौर
- चिनिया केला- 100 रुपये घौर
- संतरा- 60 से 80 रुपये प्रति किलो
- सिंघाड़ा- 50 से 60 रुपये प्रति किलो
- छोटा सेब- 70 रुपये प्रति किलो
- बड़ा सेब- 100 रुपये प्रति किलो
- आंवला- 100 रुपये प्रति किलो
- कागजी नींबू- 5 से 10 रुपये जोड़ा
- ईख- 30 से 40 रुपये प्रति पीस