अररियाः सरकार इन दिनों स्वच्छ भारत अभियान पर जोड़ दे रही है. सरकारी कोष का एक बड़ा हिस्सा इससे जुड़ी योजनाओं के नाम कर दिया गया है. लोगों को जागरूक करने के लिए तरह-तरह के विज्ञापनों पर लाखों खर्च किए जा रहे हैं. लेकिन अररिया जिले में स्वच्छता को लेकर सरकार की तमाम कोशिशें ढाक के तीन पात साबित हो रहे हैं.
अररियाः नगर परिषद इलाके में कई जगह कूड़ों का अंबार, नाक पर रुमाल रखकर चलते हैं राहगीर - नगर परिषद
जिले में नगर परिषद क्षेत्र के कई जगहों पर कूड़ों का आंबार है. ऐसा ही नजारा नेपाल जाने वाली सड़क पर वॉर्ड नंबर 23 में काली मंदिर के पीछे देखने को मिलता है. इलाके के लोग कूड़ों की बदबू से परेशान हैं.
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नगर परिषद नहीं कराता सफाई
जिले में नगर परिषद क्षेत्र के कई जगहों पर कूड़ो का आंबार है. ऐसा ही नजारा नेपाल जाने वाली सड़क पर वार्ड नंबर 23 में काली मंदिर के पीछे देखने को मिलता है. इलाके के लोग कूड़ों की बदबू से परेशान हैं. सड़कों से आने-जाने वाले राहगीर नाक पर रूमाल रखकर चलते हैं. स्थानीय लोग बताते हैं कि नगर परिषद की ओर से कूड़ा का कोई व्यवस्था नहीं की गई है. वर्षों से लोग सड़क किनारे ही कूड़ा फेंक रहे है. नगर परिषद इस जगह की सफाई भी नहीं कराती है.
नगर परिषद का ढुलमुल रवैया
जिला से नेपाल जाने वाली सड़क पर काली मंदिर के पीछे कूड़ों से लोग परेशान हैं. इलाके में बिमारी फैलने का डर बना रहता है. बरसात में तो स्थिति और नारकीय हो जाती है. नगर परिषद के पास कूड़ो के निस्तारण के लिए अपनी कोई जगह नहीं है. नगर परिषद के प्रबंधक शेखर कुमार ने बताया कि कूड़ा डंपिंग के लिए जमीन अधिग्रहण किया गया है लेकिन उस पर अतिक्रमण हुआ पड़ा है.