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अररिया: 6 महीना से लापता थी महिला, अस्पताल में परिजनों से मिलकर ली चैन की सांस

अररिया पिछले एक सप्ताह से सदर अस्पताल में भर्ती अमिया देवी को उसका परिवार मिल गया. महिला घर से छह महिने से थी गायब. मानसिक रुप से कमजोर महिला ने अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया है. महिला के मिल जाने से पूरा परिवार खुश है. वहीं अस्पताल में परिजनों से मिलकर महिला न राहत की सांस ली.

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Published : Aug 28, 2019, 6:45 AM IST

6 महीना से लापता थी महिला, अस्पताल में परिजनों से मिलकर ली चैन की सांस

अररिया: पिछले एक सप्ताह से सदर अस्पताल में भर्ती अमिया देवी को उसका परिवार मिल गया. मामला अररिया के सदर अस्पताल का है. जहां मानसिक रुप से कमजोर महिला को गर्भावस्था में किसी ने अस्पताल में छोड़ दिया था. महीला नरपतगंज की रहने वाली है. महिला की तलाश परिवार छह महीने से कर रहा था.

ईटीवी भारत से बात करते सदर अस्पताल के प्रबंधक विकास आंनद
अस्पताल ने निभाई जिम्मेदारीअस्पताल ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है. एक सप्ताह पहले जब महिला को गर्भावस्था में किसी ने अस्पताल में छोड़ दिया था. उस वक्त महिला की हालत ठीक नहीं थी. खून की अत्यधिक कमी होने के कारण अस्पताल कर्मियों ने महिला को 1 यूनिट ब्लड चढ़ाया. इसी बीच अस्पताल लगातार महिला के परिवार को ढूढ़ता रहा, और उसे सफलता भी हाथ लगी. अस्पताल में महिला ने समय से पूर्व ही एक मासूम बच्चे को जन्म दिया है. जिसे आईसीयू में रखा गया है. महिला अभी भी अस्पताल की देखरेख में है.
ईटीवी भारत की रिपोर्ट
छह महीने से थी गायबमहिला के देवर राम कृपाल सिंह ने बताया कि भाई के साथ भाभी भी मानसिक रुप से कमजोर है. वह 6 महीनों से लापता थी. उन्होंने बताया कि हम लोगों ने काफी तलाश की लेकिन इनका कही पता नहीं चला. आज छह महीने बाद मिलकर हम सब काफी खुश है. वहीं अमिया देवी भी अपने परिवार से मिलकर भावुक नजर आई, उनकी आखों से आशू निकल पडें. नरपतगंज के खरबन्ना कोशकापुर का रहने वाला यह परिवार अब काफी खुशी हैं कि मां और बच्चा दोनों उन्हें सही सलामत मिल गए हैं. वहीं अस्पताल के लोगों ने भी राहत की सांस ली, की हमारी मेहनत रंग लाई और उन्हें उनका परिवार मिल गया.
ईटीवी भारत से बात करते महिला के देवर राम कृपाल सिंह
अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने कहाअस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि बच्चा समय से पहले जन्म लेने के कारण उसकी स्थिति नाजुक है. उसे हम लोगों ने अभी एनएस आईसीयू में रखा है. उन्होंने कहा कि जब बच्चे की स्थिति सुधर जाएगी तब इन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा. डिस्चार्ज होनें तक मां और बच्चा दोनो अस्पताल की देखरेख में ही रहेंगे.

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