अररिया: जिले में होली के दूसरे दिन मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने कान्हा के बाल रूप लड्डू गोपाल के साथ होली मनायी. कान्हा मिलन समारोह की ये परंपरा काफी पुरानी है. मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने इस कार्यक्रम को कान्हा मिलन उत्सव नाम दिया. इस मौके पर सबने रंग-गुलाल और फूलों की होली खेली.
अररिया: होली के दूसरे दिन मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने लड्डू गोपाल के साथ मनायी होली
पुरानी परंपरा है के होली के दूसरे दिन इस समाज की महिलाएं अपने घर से बाल गोपाल को लेकर एक घर के आंगन में इकट्ठा होती हैं. लड्डू गोपाल को नए वस्त्रों से सजाया जाता है और एक दूसरे से मिलकर उन्हें अबीर गुलाल लगाकर उनके साथ होली खेली जाती है.
मारवाड़ी समाज की पुरानी परंपरा
दरअसल पुरानी परंपरा है के होली के दूसरे दिन इस समाज की महिलाएं अपने घर से बाल गोपाल को लेकर एक घर के आंगन में इकट्ठा होती हैं. लड्डू गोपाल को नए वस्त्रों से सजाया जाता है और एक दूसरे से मिलकर उन्हें अबीर गुलाल लगाकर उनके साथ होली खेली जाती है.
महिलाओं ने लड्डू गोपाल के साथ खेली होली
कान्हा मिलन उत्सव के मौके पर आयोजक रेखा अग्रवाल ने कहा कि यह समाज की पुरानी परंपरा है. इसी के तहत हमने ये उत्सव मनाने का फैसला किया. इसके लिए हमारे समाज की दर्जनों महिलाएं इकट्ठा हुईं हैं. हम आपस में मिलकर कान्हा को और अक-दूसरे को भी रंग-गुलाल लगाएंगी और रासलीला का नृत्य प्रस्तुत कर कान्हा के साथ होली मनाएगीं.