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भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात हैं लेफ्टिनेंट खुशबू जैन, अररियावासियों ने 'अपनी बिटिया' का किया स्वागत

खुशबू जैन लेफ्टिनेंट बनकर भारत-चीन बॉर्डर पर देश की सेवा कर रही हैं. वह तीन-चार दिनों के लिए अपने घर फारबिसगंज आई हैं. जिस दिन से खुशबू बे फारबिसगंज में कदम रखा उस दिन से हर दिन उन्हें जानने वाले लोग उनके घर पहुंच रहे हैं.

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Published : Jan 12, 2021, 9:39 AM IST

अररिया :फारबिसगंज शहर में लेफ्टिनेंट खुशबू जैन के आगमन पर अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के रूप में अररिया सांसद प्रदीप सिंह और फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी उपस्थित हुए. कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट खुशबू जैन को सांसद, विधायक सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया.

'देश सेवा की जिद्द ने उसे इस मुकाम पर पहुंचाया'

इस मौके पर खुशबू के दादा सूरजमल घोसल ने कहा कि जब खुशबू ने सरकारी नोकरी की बात कही तो उसे हमलोगों ने काफी समझाया. हमने कहा कि हमारे मारवाड़ी व्यापारी समाज में किसी ने भी सरकारी नौकरी नहीं की, चाहे वह लड़का हो या लड़की. हम लोग कभी सोच भी नहीं सकते कि हम लोगों को सरकारी नौकरी करनी है. लेकिन वह अपनी जिद्द पर अड़ी रही और बोली कि यह नौकरी पैसा कमाने के लिए नहीं है बल्कि यह देश की सेवा करने के लिए है. तब जाकर हम लोगों ने उसे देश की सेवा के खातिर नौकरी करने की इजाजत दी. हम लोगों को बहुत गर्व है कि हमारी बेटी है देश की सेवा कर रही है.

स्वागत करते सांसद प्रदीप सिंह एवं अन्य.

सांसद और विधायक ने कहा- गर्व की बात

सांसद प्रदीप सिंह ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे जिले की बेटी ने देश का नाम रोशन किया है. जबकि स्थानीय विधायक विद्यासागर केसरी ने कहा कि हम उस जिले के वासी हैं जहां विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु का जन्म हुआ है. यहां के अनेक लोगों ने देश विदेश में नाम कमाया है. हम हम लोगों को गर्व है कि अररिया जिला के बेटी खुशबू ने देश सेवा में अपना योगदान देकर अररिया जिले सहित अपने परिवार वालों का नाम और रोशन किया है.

भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात हैं लेफ्टिनेंट खुशबू जैन

बता दें की खुशबू जैन लेफ्टिनेंट बनकर भारत-चीन बॉर्डर पर देश की सेवा कर रही हैं. प्रथम पोस्टिंग के रूप में खुशबू भारत-चीन के तवांग बॉर्डर (अरुणाचल प्रदेश) पर अपना योगदान दे रही हैं. दोनों देश के बीच व्याप्त तनाव को लेकर खुशबू देश सेवा में इस कदर डूबी रही कि परिजनों से वार्ता भी मुश्किल रहा है. अब वह तीन-चार दिनों के लिए अपने घर फारबिसगंज आई हैं. जिस दिन से खुशबू बे फारबिसगंज में कदम रखा उस दिन से हर दिन उन्हें जानने वाले लोग उनके घर पहुंच रहे हैं.

खुशबू जैन का स्वागत.

ऐसे हुई है पढ़ाई

बता दें की खुशबू जैन स्थानीय वार्ड संख्या 06 निवासी निर्मल कुमार घोषाल की पुत्री है. इनकी मां मंजू घोषाल एक कुशल ग्रहणी है. तीन भाई-बहनों में खुशबू सबसे छोटी है. खुशबू की स्कूलिंग तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुई. स्नातक की पढ़ाई श्री राम लेडी कॉलेज दिल्ली से की. इसके बाद यूनाइटेड किंग्डम स्थित लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से इकोनॉमिक्स एंड पॉलीटिकल साइंस की पढ़ाई पूरी की.

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