अररिया: जिले में गरीबों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने सहित कृषिकों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. इसके लिए जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने बुधवार को समेकित मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया.
बता दें कि सरकार द्वारा कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. ताकि उनकी आय में बढ़ोतरी की जा सके. इसी क्रम में रानीगंज प्रखंड के खरहट पंचायत के नारायणपुर में जिलाधिकारी ने 4 तालाबों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद डीएम की अध्यक्षता में उक्त पंचायत में एक बैठक की गई. बैठक के दौरान डीएम ने कहा कि तालाबों में जीविका की मदद से मछली पालन के साथ-साथ बत्तख पालन करने पर बल दिया जाए.
जीविका की मदद से कार्य कराने का निर्देश
डीएम ने जीविका की मदद से इस कार्य को करने की बात कही. उनका कहना है कि जीविका दीदी के माध्यम से इसे बेहतर किया जा सकता है. इस संबंध में उन्होंने जीविका जिला परियोजना प्रबंधक ओम प्रकाश मंडल को कई आवश्यक निर्देश दिए. इसके लिए जीविका दीदियों की ओर से एक पीजी (प्रोडयूसर ग्रूप) बनाया जाएगा. यह पीजी तालाबों को लीज पर लेकर इसका संचालन करेगी. जिसके सदस्यों पर इसके संचालन की जिम्मेदारी होगी. इन तालाबों में पारंपरिक मछली पालन, बत्तख पालन और बाइफ्लॉक्स इंटरवेंशन किया जाएगा.
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4 तालाबों को किया गया चिन्हित
सरकार से निर्देश मिलने के बाद प्रशासन की ओर से अतिक्रमित तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कर जीविका डीपीएम को इन तालाबों में मछली पालन कराने का निर्देश दिया गया है. इसी कड़ी में डीएम ने तालाबों का निरीक्षण किया. जिसके बाद 4 तालाबों को चिन्हित कर इनमें मछली और बत्तख पालन की शुरूआत करने का निर्देश दिया. मौके पर डायरेक्टर डीआरडीए अनिल कुमार, डीपीओ मनरेगा देवकृष्ण, डीपीएम जीविका ओम प्रकाश मंडल, प्रबंधक संचार जीविका नारायण कुमार, बीपीएम रानीगंज शिव आशीष और संबंधित पदाधिकारी मौजूद रहे.